Johar36garh (Web Desk)|मध्यप्रदेश के जबलपुर गढ़ा थाना क्षेत्र स्थित मेडिकल काॅलेज हाॅस्टल क्रमांक 3 में छत्तीसगढ़ जांजगीर जिला पामगढ़ का रहने वाले पीजी के छात्र डाॅ. भगवत देवांगन ने अपने हाॅस्टल के कमरे में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी लगने पर साथियों ने दरवाजा तोड़ा और अंदर जाकर देखा तो वह फंदे पर झूल रहा था। सूचना मिलने पर गढ़ा पुलिस ने मौके पर पहुँचकर मर्ग कायम कर जाँच शुरू की। प्रारंभिक जाँच में पता चला कि मानसिक तनाव के चलते छात्र ने आत्मघाती कदम उठाया है।
मेडिकल हाॅस्टल क्रमांक 3 में रहने वाला डाॅ. भगवत देवांगन उम्र 28 वर्ष जांजगीर जिला के पामगढ़ राहौद का रहने वाला था| उसने पूना से एमबीबीएस करने के बाद आर्थोपेडिक से पीजी करने के लिए मेडिकल में दाखिला लिया था। गुरुवार दोपहर 3 बजे के करीब छात्र के परिजनों ने उसे मोबाइल किया तो उसका मोबाइल नहीं उठ रहा था। इसके बाद परिजनों ने हाॅस्टल में रहने वाले अन्य छात्रों को सूचना दी, जिसके बाद छात्र के फांसी पर लटके होने की जानकारी लगी।
रविवार को लौटा था छुट्टी से- पुलिस के अनुसार फाँसी लगाने वाला छात्र 1 माह से छुट्टी पर था। रविवार को वह अपने घर से वापस लौटकर हाॅस्टल आया था। प्रारंभिक जाँच में पता चला कि वह तनाव में था और पूर्व में अधिक मात्रा में दवाओं का सेवन करने के बाद उसकी काउंसलिंग कराई गयी थी साथ ही उसका इलाज भी चल रहा था।
सीएसपी रोहित काशवानी ने बताया कि पीजी छात्र द्वारा फाँसी लगाकर आत्महत्या किए जाने पर मर्ग कायम कर शव को मेडिकल में सुरक्षित रखवा दिया गया है। वही कमरे को सील कर दिया गया है | परिजनों को सूचित किया गया है | उसने आने के बाद कमरे को खोला जाएगा |
गढ़ा टीआई राकेश तिवारी ने बताया कि भगवत देवांगन (28) मेडिकल कॉलेज में पीजी प्रथम वर्ष 2020 बैच का छात्र था। वह हास्टल नम्बर तीन में रह रहा था। शाम 4.30 बजे के लगभग हॉस्टल से मामले की खबर आई। भागवत देवांगन के दोस्त दीपांकर चंद्रकापुरी ने बताया कि दोपहर 3.30 बजे के लगभग भगवत के भाई प्रहलाद का फोन आया। बताया कि भाई फोन नहीं उठा रहे हैं। काफी देर से लगा रहा हूं। उसने भगवत से बात कराने के लिए कहा। वह उसके कमरे के बाहर पहुंचा और आवाज दी। जवाब नहीं मिलने पर खिडक़ से देखा तो वह पंखे से लटका था। इसके बाद धक्का देकर दरवाजा खोला। वह पंखे में कूदने वाली रस्सी का फंदा लगाकर लटका था। उसकी मौत हो चुकी थी।