कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा अपने आधिकारिक सरकारी आवास में शिफ्ट होंगे. कर्नाटक में कावेरी आधिकारिक मुख्यमंत्री आवास है. जहां कई सीएम रह चुके हैं. फिलहाल यहां सिद्धारमैया ही रह रहे हैं, उन्होंने अभी तक सीएम आवास को खाली नहीं किया है.
सिद्धारमैया से पहले इस सरकारी आवास में सदानंद गौड़ा रह चुके हैं. एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए इस आवास में ना रहे. उन्होंने उस होटल में रहने का फैसला किया था जो उनके लिए भाग्यशाली था. गौरतलब है कि सिद्धारमैया 20 दिन के अंदर इस आवास को खाली कर देंगे और उसके बाद सीएम इस सरकार अवास में येदियुरप्पा शिफ्ट होंगे.
सरकार बचाने के लिए छह सीट जरूरी
इस बीच, निर्वाचन आयोग ने कर्नाटक में 21 अक्टूबर को उपचुनाव कराने की घोषणा कर दी. इससे कांग्रेस और जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) के अयोग्य घोषित किए गए बागी विधायकों को बड़ा झटका लगा है. ये उपचुनाव हाल ही में बनीं बी.एस. येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार का अस्तित्व बनाए रखने के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है. सत्ता में बने रहने के लिए बीजेपी को कम से कम छह विधानसभा सीटें जीतने की जरूरत है.
आयोग ने 21 अक्टूबर को 15 विधानसभा सीटों के लिए मतदान की तारीखों की घोषणा की. मतों की गिनती 24 अक्टूबर को होगी. उपचुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 30 सितंबर रखी गई है.
अयोग्य विधायक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे
कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस और जद-एस सरकार के 15 बागी विधायक अपना इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. इसके बाद मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली 14 महीने पुरानी गठबंधन सरकार गिर गई थी. उपचुनाव की घोषणा का मतलब है कि अयोग्य विधायक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.
कर्नाटक के तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार ने विधानसभा में विश्वास मत से एक दिन पहले 17 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था. चुनाव में शामिल होने वाले निर्वाचन क्षेत्रों में गोकक, अथानी, रानीबेनूर, कागवाड़, हिरेकर, येलापुर, यशवंतपुरा, विजयनगर, शिवाजीनगर, होसाकोट, हुनसुर, कृष्णराजपेट, महालक्ष्मी लेआउट, केआर पुरा और चिकबल्लापुरा शामिल हैं. चुनाव आयोग ने हालांकि आर.आर. नगर और मस्की विधानसभा क्षेत्र के लिए कोई चुनावी घोषणा नहीं की.