रायपुर: दीपावली के बाद होने वाली गोवर्धन पूजा छत्तीसगढ़ में गौठान (गांव के सारे मवेशियों को रखने की जगह) दिवस के तौर पर मनाई जाएगी। इसके लिए बाकायदा सरकार ने निर्देश जारी किए हैं। गुरुवार के दिन राज्य के सभी कलेक्टर और मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से गौठान दिवस की तैयारियां करने कहा गया है। निर्देश के तहत कहा गया है कि सुराजी गांव योजना के अंतर्गत निर्मित गौठानों में गोवर्धन पूजा के दिन गौठान दिवस मनाया जाए। कार्यक्रम में परम्परागत पूजा-अर्जना की जाएगी। यहां गाय, बैल ग्रामीण विधी से पूजा जाएगा। यह कार्यक्रम सही ढंग से संचालित हो सके यह जिला और स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों जिम्मा होगा।
पिछले कुछ दिनों में गौठानों में रखरखाव के अभाव में मवेशियों की मौत की खबरें भी आईं। सरकार ने इस दिक्कत को दूर करने गौठान सेवा समिति का गठन करने को भी कहा है। अधिकारियों से कहा गया है कि समिति को औपचारिक रूप से कार्यभार गौठान दिवस के दिन सौंपा जाए। गौठान समिति के बैंकों में खाता भी खुलवाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि नवम्बर के महीने से इन खातों में पैसे उपलब्ध कराए जा सकें। जिलों के सभी गौठान सेवा समिति के सदस्यों के नाम और खातों की जानकारी 10 नवम्बर तक संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।