जांजगीर जिला के अकलतरा मल्टीप्लेक्स में लगी फिल्म बालीदानी राजा गुरु बालक दास जी को देखने लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। इस मल्टीप्लेक्स में लगभग 300 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। लेकिन आज हजार से भी अधिक लोग पहुंच गए। जितनी संख्या हाल के अंदर थी उतनी ही लगभग गैलरी में और थिएटर के बाहर भी उतनी ही भीड़ थी। हाल के अंदर सिट के अलावा लोग जमीन पर भी बैठे थे| सभी जय सतनाम जय सतनाम के नारे लगा रहे थे।
दरअसल जिला पंचायत अध्यक्ष पति आनंद प्नेरकाश मिरी ने फिल्म की एक शो को फ्री कर दिया था। जिसके बाद फिल्म को देखने के लिए लोगों का भीड़ उमड़ पड़ा। भीड़ इतनी थी कि अध्यक्ष पति ने लोगों से अनुरोध किया कि इस शो में महिलाओं को मौका दे। महिलाओं को बैठाने के बाद भी बड़ी संख्या में महिला पुरुष बाहर बैठे थे। जिसके बाद शाम को दूसरा शो को भी फ्री करने का फैसला किया गया।
दरअसल जांजगीर जिला सतनामी बाहुल्य क्षेत्र है। जिसके कारण इस फिल्म को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सतनामी समाज के गुरु पर आधारित यह पहली फिल्म है। जिसको अक्सर लोग गीतों और कहानियों के माध्यम से सुना करते थे| जिसे वह फिल्म में देखने का मौका मिला है।
इस फिल्म में छत्तीसगढ़ के ज्योतिमय संत शिरोमणि गुरु घासीदास जी के द्वितीय पुत्र बालक दास की जीवनी पर बनी है। गुरु बालक दास को उनके पराक्रम को देखते हुए ब्रिटिश काल में राजा की उपाधि दी गई थी। वह सतनाम पंथ प्रचार के लिए पूरे छत्तीसगढ़ का भ्रमण करने निकले थे। लेकिन मुंगेली जिला के पास औराबांधा में उनकी हत्या कर दी गई थी। सतनामी समाज में गुरु बालक दास की छवि एक पराक्रमी राजा के रूप में बनी हुई है। इसीलिए उनकी फिल्म को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है।
