आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के कविता मंडल के सिलागाम गांव के पास एक वन क्षेत्र में 40 बंदरों के शव मिलने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। स्थानीय लोगों ने इन बंदरों को जहर देकर मारने का आरोप लगाया है। कसीबुगा वन अधिकारी(Kasibuga Forest officer) मुरली कृष्ण ने कहा कि इन बंदरों का पोस्टमॉर्टम कराया गया है। 5 दिन में रिपोर्ट आ जाएगी। एनिमल एक्ट के तहत केस दर्ज जांच जारी है। जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा।
शुरुआती जांच में पता चलता है कि बंदरों को जहर दिया गया है। हालांकि इस बात की अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। कसीबुगा फॉरेस्ट ऑफिसर मुरली कृष्णन ने बंदरों से शव मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने जिले में ऐसी घटना पहले कभी नहीं देखी। कहा जा रहा है कि कोई बंदरों को ट्रैक्टर से लाकर गांव के वन क्षेत्र के पास छोड़ गया। लगभग 40 से 45 बंदर मृत पाए गए हैं।
23 जनवरी, 2022 को तमिलनाडु के तिरुचि से कुछ किलोमीटर दूर नेदुंगुर में तिरुचि-चेन्नई राष्ट्रीय राजमार्ग के पास एक खुले इलाके में 24 बंदर मृत पाए गए थे। स्थानीय लोगों ने सुबह मृत बंदरों को देखा और तुरंत मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी थी। वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि 24 बंदरों में से 18 नर और छह मादा थे। आशंका जताई गई थी कि बंदरों को किसी और जगह या जिले में पकड़ा गया होगा और उनके शव हाईवे के पास फेंक दिए गए। तब मुख्य वन संरक्षक, तिरुचि सर्कल, एन सतीश के मुताबिक बंदरों की अप्राकृतिक मौत की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था।