Johar36garh (Web Desk)| जहा पुलिस लोगो की रक्षा के लिए होती है वहीआज कल वह ही जुल्म करने पर उतारू हो रही है। पिछले दिनों हम ने मध्य्प्रदेश के गुना कि घटना सब को याद है, जहा पुलिस के द्वारा दलित परिवार पर बर्बता से मारपीट कि घटना सामने आयी थी। अब एक और पुलिस के द्वारा दलित युवक के साथ मारपीट और मुंडन करने की घटना सामने आयी है।
जानकारी के अनुसार आन्ध्रप्रदेश के गोदावरी जिले के सीतानगरम थाना क्षेत्र का है। जहा बताया जा रहा है कि वेदुल्लापल्ली गांव के रहने वाले वारा प्रसाद ने बताया हमारे क्षेत्र में किसी की मौत हो गई थी। जिसके चलते उन्होंने और तीन अन्य लोगों वह से जाने वाले ट्रकों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी। और ट्रकों चालकों कुछ समय के लिए रुकने को कहा। जब तक कि शव को अंतिम संस्कार नहीं ले जाया जाता।
इसके बाद प्रसाद ने बताया कि स्थानीय नेता जो की कांग्रेस से है और उनके साथ दो पुलिसकर्मी घर पर आए , जिसके बाद हमें जांच के नाम पर पुलिस स्टेशन ले गए। जहा उन्होंने बताया की थाने में एसआई ने बुरी तरह पीटा उसके बाद मुझे लात मारी, और इसके बाद थाने में नाई को बुलवाया गया और उसका सर मुंडन करवाया और मूंछें भी कटवा दीं।
इसके बाद इस घटना को लेकर दलित संगठनों ने विरोध किया ,इसके बाद पुलिस उपाधीक्षक पीएसएन राव पुरे मामले की जांच के बाद एक कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर फिरोज शाह दोनों को निलंबित कर दिया है। उप महानिरीक्षक केवी मोहन राव ने बताया कि सब-इंस्पेक्टर और दो अन्य लोगों के धारा 324, 323 और 506 के एससीएसटी अत्याचार (रोकथाम) अधिनियम तहत मुकदमा दर्ज कर लिए है।
इस घटना के सामने आने के बाद आन्ध्रप्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस पूरी घटना की निंदा की है। और साथ ही उन्होंने कहा कि
पुरे प्रदेश में जंगल राज आ गया है। और उन्होंने वाईसीआरसी नेता पर कहा की यह सब उनके कहने पर हुआ है।