बेटे की जगह डॉक्टर ने बाप का कर दी सर्जरी, मचा हंगामा, जाँच शुरू

बेटे की जगह डॉक्टर ने बाप का कर दी सर्जरी

बेटे की जगह डॉक्टर ने बाप का कर दी सर्जरी, मचा हंगामा, जाँच शुरू : राजस्थान के कोटा मेडिकल कॉलेज से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। जिस डॉक्टर को लोग भगवान मानते है वही, डॉक्टर एक जगदीश नाम के शख्स के लिए खतरा बन गया। डॉक्टरों ने मरीज की जगह अटेंडेंट की ही सर्जरी कर डाली। जब इस गलती का पता चला तो डॉक्टरों ने टांके लगाकर उसे बाहर भेज दिया। यह कोई पहला ऐसा मामला नहीं है जब ऐसी घटनाएं सामने आई हो। आए दिन इस तरह के मामले आते रहते हैं। कभी इस राज्य से तो कभी उस राज्य से। गरीबों का सही से इलाज हो इसके लिए सरकार सरकारी अस्पतालों में अच्छे डॉक्टरों को रखती है। मगर ये डॉक्टर अपने लापरवाही से बाज नहीं आते हैं। सस्ती इलाज के चक्कर में गरीब लोग सरकारी अस्पताल में जाते हैं, लेकिन उनकी जान की कीमत मोटी तनख्वाह पा रहे डॉक्टर आने भर की भी नहीं समझते हैं और बिना अच्छे से जांचे-पड़ताले इलाज शुरू कर देते हैं।

 

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क्या है पूरा मामला?

बेटे की जगह डॉक्टर ने बाप का कर दी सर्जरी, मचा हंगामा, जाँच शुरू : आपको जानकारी के लिए बता दें कि, कोटा के मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में डाक्टर्स द्वारा की गई एक ऐसी ही लापरवाही का है। एक बाप अपने बेटे का सर्जरी कराने आया था पर डॉक्टरों ने बाप का ही सर्जरी कर डाला। जब डॉक्टरों का इसका पता चला तो शख्स के चीरे हुए पर टांके लगाकर उसे ओटी से बाहर बैठा दिया। यह मामला 12 अप्रैल का है। लेकिन अब इस मामले की शिकायत की गई है, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ है।

 

 

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एक ही नाम होने से हुई परेशानी

बेटे की जगह डॉक्टर ने बाप का कर दी सर्जरी, मचा हंगामा, जाँच शुरू : जानकारी के मुताबिक, कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी विभाग में जगदीश नाम के शख्स की सर्जरी होनी थी। डायलिसिस के लिए उसके हाथ में फिस्टुला बनाना था। मरीज ऑपरेशन थिएटर के बाहर ही बैठा था। जब स्टाफ ने जगदीश नाम पुकारा तो दूसरे मरीज के साथ आए अटेंडेंट, जिसका नाम भी जगदीश था, ने हाथ उपर कर दिया। इसे ही मरीज समझकर चिर दिया गया लेकिन फिस्टुला बनाने से पहले ही इस कन्फ्यूजन का पता चल गया। डॉक्टरों ने मरीज को टांके लगाकर बाहर बिठा दिया।

 

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बैठाई गई जांच कमेटी

इस मामले के सामने आने के बाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ संगीता सक्सेना ने बताया कि उन्होंने जांच टीम का गठन कर दिया है। वहीं इस मामले पर वैस्कुलर सर्जन डॉ राजेन्द्र महावर ने कहा कि ये गलत जानकारी है ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। मरीज के घरवालों ने कहा कि मैनेजमेंट मामले को दबाने कि कोशिश कर रही थी। लेकिन अब शिकायत दर्ज करवा दी गई है।

 

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