जांजगीर जिला में एक बुजुर्ग दम्पति को बेटे-बहु ने बेरहमी से मारपीट कर घर से निकाल दिया है | अब वे रेलवे स्टेशन पर ही जिन्दगी गुजारने पर मजबूर है | बुजुर्ग की आँख भी नहीं दिखाई देती महिला के सहारे ही वह अपना दिनचर्या चलाता है | परेशान होकर दोनों कलेक्टोरेट पहुंचे थे और अपनी जीवन सुरक्षा की गुहार लगाई है | मामला जिला से लगे ग्राम सरखों का है |
सरखों निवासी 75 वर्षीय गिरीलाल राठौर और उसकी पत्नी 70 वर्षीय दुखिन बाई ने कलेक्टर से गुहार लगाते हुए अपनी जीवन सुरक्षा की गुहार लगाई है| उन्होंने बताया की गाँव में उनका घर और एक बेटा- बहु और बेटी भी है जो शादी के बाद ससुराल चली गई| बेटे-बहु उसके साथ बहुत मारपीट करते हैं | और दोनों को घर से निकाल दिए | दोनों की आँखे भी ठीक से दिखाई नहीं देती है | किसी तरह वे जांजगीर जिला के नैला रेलवे स्टेशन पहुंचे | वहां वे दिन भर घूम-घूम कर भोजन की तलाश कर वही रात बिताते हैं | जीवन गुजारने से आ रही परेशानी से परेशान होकर दोनों आज कलेक्टर के पास पहुंचे थे | जहां उन्होंने लिखित आवेदन देकर अपनी जीवन सुरक्षा की गुहार लगाई है |