पुलिस के अनुसार 13 जून 2014 को लड़की के भाई सोनू ने अपने पिता के साथ लाठी से हमलाकर उसे मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद शव को खेत में दफना दिया था। जिसकी बरामदगी भी 2021 में पुलिस ने दर्शा दिया, साथ ही पंचनामा की कार्यवाही भी पूरी कर ली। लड़की के भाई और पिता से अपराध भी कबूल करवा लिया। इसके बाद दोनों को जेल दाखिल भी करा दिया गया था।
अब मामले में नया मोड़ आ गया है। लड़की 9 साल बाद अपने घर वापस आ गई है। इससे ग्रामीणों के साथ ही पुलिस भी हैरान है। लड़की का कहना है कि वह अपनी मर्जी से घर से गई थी और इतने समय तक वह उज्जैन में रही और उसने इस बीच शादी भी रचा डाली है। लड़की का कहना है कि उसके पिता और भाई निर्दोष हैं, उन्हें पुलिस ने जबरन फंसाया है। बता दें लड़की का भाई पिछले 2 साल से जेल में है, वहीं पिता को एक साल जेल में रहने के बाद उम्र के आधार पर जमानत मिली है। अब लड़की की मांग है कि मेरे निर्दोष भाई और पिता के साथ इंसाफ किया जाए।
लड़की ने सिंगोड़ी चौकी पहुंचकर पुलिस से पूरे मामले की जांच करने की गुहार लगाई है। वहीं वर्तमान चौकी प्रभारी का कहना है कि जिस समय की यह घटना है उस समय वे वहां पदस्थ नहीं थे, इसलिए उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। पूरे मामले की जांच करने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। नाबालिग लड़की का भी मामला है, दो वर्ष पहले इस मामले की जांच एसडीओपी अमरवाड़ा द्वारा की गई थी, उनका भी ट्रांसपफर हो चुका है। ऐसा कहकर मालूम पड़ता है कि पुलिस भी अपने गुनाहों को छिपाने की कोशिश कर रहा है। अब देखना है कि पुलिस मामले में आगे जांच करती है या नहीं।