शासकीय प्राथमिक स्कूल सिंघाना में शराब पीकर हंगामा करने वाली महिला शिक्षक कविता कवचे को किया निलंबित

धार
धार जिले में एक सरकारी स्कूल की टीचर को सस्पेंड कर दिया गया है। टीचर का नाम कविता कवचे है। वह मनावर में पदस्थ थीं। उनका एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में वह नशे में स्कूल आती हुई और स्टाफ के साथ बदतमीजी करती हुई दिखाई दे रही हैं। इस घटना के बाद उन्हें बुधवार को सस्पेंड कर दिया गया।

23 जून को वायरल हुआ था वीडियो

यह घटना 23 जून को हुई थी। कविता कवचे सिंहना गांव के प्राइमरी स्कूल में पढ़ाती हैं। वीडियो में दिख रहा है कि वह लड़खड़ा रही हैं। वह स्टाफ को धमका रही हैं। स्कूल में हंगामा कर रही हैं। जिला कलेक्टर, धार के ऑफिस से सस्पेंशन का ऑर्डर जारी किया गया है। ऑर्डर में कहा गया है कि कवचे शराब के नशे में स्कूल आई थीं। उन्होंने खराब भाषा का इस्तेमाल किया। स्कूल में मरम्मत का काम कर रहे मजदूरों के साथ भी बदतमीजी की।

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स्कूल स्टाफ ने घटना की पुष्टि की

स्कूल के स्टाफ ने इस घटना की पुष्टि की है। इंचार्ज प्रिंसिपल जुवान सिंह बघेल और हेडमिस्ट्रेस ममता राठौर ने बताया कि कवचे पहले भी ऐसा व्यवहार कर चुकी हैं। स्टाफ ने बताया कि कई बार चेतावनी देने के बाद भी उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया। कवचे पहली से पांचवीं क्लास तक के लगभग 150 बच्चों को पढ़ाती हैं।

जांच रिपोर्ट सौंप दी

ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर किशोर कुमार बागेश्वर ने भी जांच रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि स्कूल के स्टाफ और बच्चों ने कहा है कि पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।

वीडियो में कवचे कह रही हैं कि यह मेरा स्कूल है। मेरे सामने ज्यादा स्मार्ट बनने की कोशिश मत करो। जब उनसे सवाल किया गया तो वह लड़खड़ा रही थीं और हाथ जोड़ रही थीं।

शिक्षिका के विरुद्ध विभागीय जांच
स्कूल में शराबी महिला शिक्षिका के हंगामे की घटना सोमवार को सामने आई थी। नशे ही हालत में हंगामे का वीडियो वायरल होने के बाद विभाग भी हरकत में आया। ताबड़तोड़ पंचनामा बनाया। मनावर बीआरसी ने जांच प्रतिविदेन भेजा और उसके बाद जिला स्तर से शिक्षिका को निलंबित किया गया। शिक्षिका के विरुद्ध विभागीय जांच भी होगी।

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वीडियो देखने के बाद कार्रवाई

सहायक आयुक्त, आदिवासी कल्याण विभाग, एनएस बरकडे ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मिली। इसके बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जांच के लिए स्कूल भेजा गया। जांच में पाया गया कि वह नशे में थीं और उन्होंने स्टाफ और मजदूरों के साथ बदतमीजी की।

उन्होंने आगे कहा कि पहले भी ऐसी घटनाओं के बाद उन्होंने माफी मांगी थी। इस मामले में, उनके खिलाफ आगे क्या कार्रवाई की जाएगी, यह तय करने के लिए एक विभागीय जांच की जाएगी।