Johar36garh (Web Desk)| बीजापुर जिले की बालिका जमलो मड़कम की मौत पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सख्त कार्यवाई करने के निर्देश दिए हैं | जिस पर श्रम विभाग के सचिव सोनमणि वोरा ने तेलंगाना के संबंधित नियोजक और एजेंट कुमारी सुनीता मरकामी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए। बीजापुर की श्रम निरीक्षक द्वारा कोतवाली बीजापुर में प्राथमिकी दर्ज (एफआईआर) करायी गई है।
मृतक बालिका जमलो मड़कम को सुनीता मरकाम (एजेंट) द्वारा अन्य 11 श्रमिकों के साथ तेलंगाना के संतोष मंचाल नियोजक के संस्थान में मिर्ची तोड़ने के कार्य के लिए लेकर गई थी। जिसकी सूचना श्रम विभाग को नहीं दी गई थी।लॉकडाउन होने के कारण जंगल के रास्ते से सभी श्रमिक सुनीता मरकामी के माध्यम से वापस ग्राम आदेड जिला बीजापुर आ रहे थे। मृत्यु होने की जानकारी के बाद श्रम निरीक्षक के द्वारा पृथक जांच उपरांत ज्ञात हुआ कि कुमारी सुनीता मरकामी के द्वारा श्रम विभाग जिला बीजापुर को बिना कोई सूचना दिए 5 नाबालिक बच्चों को तेलंगाना लेकर गई है। जो अवैध मानव तस्करी के श्रेणी में आता है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजापुर जिले के ग्राम आदेड़ की 12 वर्षीय कुमारी जमलो मड़कम की मृत्यु पर तात्कालिक सहायता के रूप में कुमारी मड़कम के परिवारजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक लाख रूपए की सहायता राशि स्वीकृत की थी। इसके पश्चात बीजापुर कलेक्टर से चर्चा उपरांत मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान कोष से 4 लाख रूपए की अतिरिक्त स्वीकृति दी है। इस प्रकार कुमारी मड़कम के परिवारजनों को कुल 5 लाख रूपए की आर्थिक सहायता मंजूर की गई है। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर बीजापुर को इस मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए थे।
16 अप्रैल को जमलो और गांव के 11 दूसरे लोग तेलंगाना से वापस बीजापुर के लिए पैदल ही निकले। दूसरे दिन जमलो की तबीयत बिगड़ी, किसी तरह 17 तारीख बीती, यह दल करीब 100 किमी चलकर 18 अप्रैल को मोदकपाल इलाके के भंडारपाल गांव के पास ही पहुंचा था कि जमलो ने दम तोड़ दिया। जमलो अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी।