नागपुर (Nagpur) का एक फ्लाईओवर (Flyover) इन दिनों सोशल मीडिया (Social Media) पर चर्चा का विषय बन गया है. यहां पर फ्लाईओवर एक घर की बालकनी से निकाला गया है. जिसके बाद इंटरनेट पर जमकर इसके वीडियो शेयर किए जा रहे है. ये फ्लाईओवर इंदौरा से लेकर दिघोरी तक बनाया जा रहा है. इसकी लागत 998 करोड़ बताई जा रही है. अशोक चौक के पास इस फ्लाईओवर का एक हिस्सा एक घर की बालकनी (Balcony) से निकालने के बाद अब जमकर सरकार की किरकिरी हो रही है. बताया जा रहा है की घर के मालिक को किसी भी प्रकार की आपत्ति नहीं थी. जिसके कारण अधिकारीयों ने भी यही से फ्लाईओवर का एक हिस्सा बना दिया. इसकी अजीबोगरीब प्लानिंग, जिसमें फ्लाईओवर का एक हिस्सा सीधे एक मकान की बालकनी को चीरते हुए गुजर रहा है.
इस अनोखे नज़ारे की तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो गई हैं और लोग हैरानी जताते हुए अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं. इस फ्लाईओवर का वीडियो सोशल मीडिया X पर @UWCforYouth नाम के हैंडल से शेयर किया गया है.
कैसे हुआ ऐसा निर्माण?
यह फ्लाईओवर (Flyover) अशोक चौक इलाके में बनाया जा रहा है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकारियों का कहना है कि जिस घर से फ्लाईओवर गुजर रहा है, उसकी बालकनी अवैध रूप से बढ़ाई गई थी. निर्माण कार्य शुरू होने पर यह मामला सामने आया और नगर निगम (NMC) को हटाने के लिए लिखा गया. बाद में ठेकेदार और मकान मालिक के बीच सहमति बनी और फ्लाईओवर का रास्ता बालकनी से होकर निकाला गया.
मकान मालिक को कोई आपत्ति नहीं
इस घर के मालिक प्रवीन पत्रे, जिनका मकान लगभग 150 साल पुराना है ने कहा कि उन्हें इस निर्माण से कोई परेशानी नहीं है. उन्होंने बताया कि बालकनी उनका उपयोगी हिस्सा नहीं है और सुरक्षा को लेकर भी उन्हें कोई खतरा नहीं लगता. उनकी बेटी श्रिष्टि पत्रे ने ज़रूर शोर-शराबे की आशंका जताई और कहा कि परिवार आगे चलकर घर में साउंडप्रूफिंग करवाएगा.
सोशल मीडिया पर लोगों ने किए कमेंट
इस घटना ने इंटरनेट (Internet) पर बहस छेड़ दी है. इस फ्लाईओवर के कारण अब सोशल मीडिया पर बवाल मचा है. लोग जमकर इस फ्लाईओवर पर कमेंट कर रहे है और इसका मजाक उड़ा रहे है.
998 करोड़ रूपए का प्रोजेक्ट
यह फ्लाईओवर (Flyover) लगभग 998 करोड़ रूपए की लागत से बनाया जा रह है. इसे नागपुर का अब तक का सबसे बड़ा फ्लाईओवर प्रोजेक्ट (Flyover Project) माना जा रहा है. हालांकि, जिस तरीके से यह एक घर की बालकनी को काटते हुए बना है, उसने शहरी विकास और नगर नियोजन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
In Gadkari’s Nagpur, you can get #ethanol delivered to your window, on Shanghai like flyovers.
High time now that #Nagpur people must move their Nagpur away from RSS Headquarters! pic.twitter.com/9g9WflaYJq
— India With Congress (@UWCforYouth) September 13, 2025