क्या आप भी सरकार की मुफ्त राशन योजना का फायदा उठा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बड़े काम की है। दरअसल, केंद्र सरकार की तरफ से अप्रैल 2020 में शुरू की गई प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना 31 दिसंबर 2022 को खत्म हो जाएगी। ऐसे में महंगाई की मार झेल आम लोगों के को एक और बड़ा झटका लगने वाला है। मोदी कैबिनेट की तरफ से 28 सितंबर को इसे 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ाने का फैसला किया गया था।
इस योजना के तहत 80 करोड़ लोगों को 5 किलो प्रति व्यक्ति के हिसाब से फ्री अनाज दिया जाता है। योजना की समयावधि पूरी होने के बाद फ्री राशन की सुविधा बंद हो जाएगी। केंद्र सरकार की इस योजना को आगे बढ़ाये जाने की उम्मीद कम ही है। इसकी इसलिए भी उम्मीद जताई जा रही है क्योंकि पिछले दिनों नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को बंद करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि सरकार को मुफ्त राशन योजना के लिए आवंटित अनाज को खुले बाजार में बेच देना चाहिए। उन्होंने मीडिया से कहा था कि आर्थिक गतिविधियां सामान्य होने पर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना जैसी योजना को जारी रखने का कोई औचित्य नहीं है।
नीति आयोग के सदस्य ने कहा था कि योजना के लिए हर महीने के आधार पर आवंटित 4 मिलियन टन चावल-गेहूं का प्रयोग महंगाई कम करने और आरबीआई पर दबाव कम करने के लिए किया जा सकता है। आपको बता दें अक्टूबर में अनाज की मुद्रास्फीति 12.08% थी, जो नवंबर में घटकर 11.55% पर आ गई। दूसरी तरफ घरेलू बाजार में गेहूं की कीमत में तेजी देखी जा रही है।
जानकारों का कहना है कि नई फसल आने तक कीमत में तेजी बनी रहेगी, वहीं मांग में तेजी और गेहूं के स्टॉक में कमी आने के कारण गेहूं की कीमत में लगातार तेजी देखी जा रही है। घरेलू बाजार में ही अप्रैल-मई के बाद गेहूं की कीमत में 50 प्रतिशत तक की तेजी आ चुकी है। गोदामों में गेहूं का स्टॉक घटकर 19 मिलियन टन पर आ चुका है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि आने वाले समय में कीमत में तेजी बनी रहेगी।(इनपुट एजेंसी)