जम्मू में बरसा कहर: 52 साल का रिकॉर्ड टूटा, झेलम उफान पर, 3500 से ज्यादा लोग सुरक्षित निकाले गए

कटरा
जम्मू-कश्मीर के कटरा में अर्धकुंवारी के पास माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भारी बारिश के बीच हुए भीषण भूस्खलन में अभी तक 34 लोगों की मौत हो गई है. जबकि कई लोग जख्मी हो गए. मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका के बीच रेस्क्यू टीम सर्च ऑपरेशन चला रही हैं. वहीं, झेलम नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.

जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश ने तबाही मचाई है, जिससे अचानक बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गई. जम्मू में, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों को भारी नुकसान पहुंचा, पुल ढह गए और बिजली की लाइनें और मोबाइल टावर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. लगातार भारी बारिश के कारण पूरे ज़िले में अचानक बाढ़ और जलभराव के बाद मंगलवार तक 3500 से ज़्यादा निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. 

जम्मू में बुधवार सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटे की अवधि में 296.0 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसने 9 अगस्त 1973 का 272.6 मिमी का रिकॉर्ड तोड़ दिया. वहीं, उधमपुर में इसी अवधि के दौरान 629.4 मिमी बारिश हुई, जो 31 जुलाई 2019 को दर्ज किए गए 24 घंटे के पिछले रिकॉर्ड 342.0 मिमी से लगभग दोगुनी है. 

सीएम उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी को दी हालात की जानकारी

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जम्मू क्षेत्र में भारी बारिश और बाढ़ से बनी स्थिति की जानकारी दी. साथ ही केंद्र सरकार द्वारा हर संभव मदद के आश्वासन के लिए आभार जताया. सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री से बात की है. मैंने उन्हें स्थिति से अवगत कराया. मैं एनडीआरएफ टीमों की तैनाती के लिए उनका धन्यवाद करता हूं. उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर के लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी. 

सीएम ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया

जम्मू के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद अब्दुल्ला ने X पर बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री को सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाकों की स्थिति से अवगत कराया. उन्होंने तवी नदी के किनारे जम्मू के कुछ हिस्सों का दौरा किया, जहां कल भारी नुकसान हुआ था. मुख्यमंत्री ने कहा कि बुधवार को बारिश रुकने से थोड़ी राहत मिली है. कल की तुलना में आज (बुधवार) बारिश रुकने से हमें थोड़ी राहत मिली है. निचले इलाकों में पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है. बाढ़ से हुआ नुकसान सभी के सामने है

तवी नदी पर बने पुल का जिक्र

अब्दुल्ला ने जम्मू शहर में तवी नदी पर बने पुल को हुए नुकसान का ज़िक्र किया और कहा कि मैं डिविजनल कमिश्नर को बता रहा था कि 2014 में भी इसी जगह पर पुल क्षतिग्रस्त हुआ था. इस तरफ एक खतरा है जिसे हम ठीक से समझ नहीं पाए थे. 2014 में और आज भी इस तरफ़ नुकसान क्यों हुआ, इसका पता लगाने के लिए विशेषज्ञ टीमों को काम पर लगाना होगा. हमें ऐसे उपाय करने होंगे जिससे यह दोबारा न हो.

सांबा, कठुआ समेत कई हिस्से प्रभावित

सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि तवी और अन्य नदियों के किनारे रहने वाले लोग हमेशा खतरे में रहते हैं, इसलिए भविष्य में इनके पुनर्वास पर विचार करना होगा. अभी राहत और बचाव कार्य तेज़ी से जारी हैं. जम्मू, सांबा, कठुआ, उदयपुर और डोडा-किश्तवाड़ के कई हिस्से प्रभावित हुए हैं, जबकि राजौरी और पुंछ में स्थिति सामान्य है. सीएम ने कहा कि नुकसान का आकलन बाद में किया जाएगा और उसके आधार पर राहत पैकेज तैयार होगा.

पीएम मोदी ने जताई चिंता 

वैष्णो देवी में हुए भूस्खलन में हुई जानमाल के नुकसान पर दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रशासन इस घटना से प्रभावित सभी लोगों की सहायता कर रहा है. उन्होंने X पर कहा कि श्री माता वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले मार्ग पर भूस्खलन के कारण हुई जान-माल की हानि दुखद है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है. मैं सभी की सुरक्षा और कुशलक्षेम की कामना करता हूं.

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