छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में भले ही कांग्रेस को बहुमत न मिला हो लेकिन जांजगीर लोकसभा की आठों विधानसभा में कांग्रेस का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा और सभी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है। ऐसा छत्तीसगढ़ बनने के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि सभी आठों विधानसभा में जीत हासिल हुई है। जबकि इन विधानसभा में डॉ चरण दास महंत को छोड़ दिया जाए तो सभी प्रत्याशी नए थे। उक्त बातें राजमहंत पीके घृतलहरे ने कही| उन्होंने आगे कहा कि जांजगीर लोकसभा के जनता ने कांग्रेस पर ही अपना विश्वास जताया है| क्योंकि कांग्रेस उनकी समस्याओं को दूर की है और आगे भी करते रहेगी |
श्री घृतलहरे ने आगे कहा कि जांजगीर लोकसभा का अधिकांश क्षेत्र के लोग किसान हैं| उनके आय का प्रमुख स्रोत खेती है| खेतों में उपजे धान को मंडियों में बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं| कांग्रेस सरकार ने उनके धान का सही मूल्य और क़र्ज़ को माफ़ किया| जिससे उनको बहुत राहत मिली| इसके साथ ही कांग्रेस के द्वारा लाई गई योजनाएं इन किसानों के अनेक काम आए | जिसकी वजह से उन्होंने जांजगीर लोकसभा में नया इतिहास रचा। नतीजा यह निकला कि बीजेपी को आठो विधानसभा में एक भी सीट नहीं मिली।
श्री घृतलहरे आगे बताया कि टिकट के दौड़ में बिलाईगढ़ विधानसभा से उनका भी नाम चल रहा था| लेकिन उनके जगह पर कविता लहरे को कांग्रेस का प्रत्याशी बनाया गया| जिसका उन्होंने स्वागत करते हुए लगातार क्षेत्र का दौरा किया और कांग्रेस के पक्ष में वोट डालने की अपील करते हैं| इस दौरान वे जनता के बीच जाकर कांग्रेस सरकार की योजनाओं को बताते रहे| जिसका परिणाम यह निकला की बिलाईगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी जीत गई।
आपको बता दे की पुलस्त्य कुमार घृतलहरे वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के पद पर चार माह पूर्व सेवानिवृत हुए है| अपने कार्यकाल के दौरान वे कसडोल और बिलईगढ के किसानों के बीच अपना पूरा समय ब्यतीत किया है| जिसकी वजह से किसानों को कोई समस्या आने पर इन्ही से सम्पर्क करते हैं | वे आज भी निश्वार्थ भाव से मौके पर पहुचकर कृषि संबंधी समाधान करते हैं | इसके साथ ही वे समाज में भी अच्छी पकड़ रखते हैं| क्षेत्र में होने वाले सभी सामाजिक कार्यक्रमों में उनकी उपस्थिति बनी रहती है| उनकी इन्ही सामाजिक भावना को देखते हुए गुरुओं द्वारा राजमहंत की बनाया गया |