बिलासपुर जिला में रविवार देर शाम शहर के कतियापारा क्षेत्र में शिखा वाटिका के पास एक रिहायशी मकान में आगजनी की घटना से इलाके में हड़कंप मच गया. शुरूआती जानकारी के मुताबिक घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची, और फायर ब्रिगेड को बुलवाया गया. रेस्क्यू कार्य करते हुए मकान में रहने वाली महिला नम्रता कश्यप और उनके 5 वर्षीय बेटा अर्थ कश्यप को बाहर निकाला गया. जिसके बाद आनन-फानन में दोनों को इलाज के लिए अपोलो अस्पताल भेजा गया. जहां इलाज के दौरान दोनों की मृत्यु हो गई.
जानकारी के मुताबिक, दयालबंद निवासी मुन्ना कश्यप अपने दो बेटे रोहित, रोमी, रोमी की पत्नी और 5 साल के पोते के साथ रहता है। उसके मकान में देर शाम करीब 6 बजे अचानक आग लग गई। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, आग ने विकराल रूप ले लिया। इसकी चपेट में आकर रोमी की पत्नी नम्रता और बेटा अर्श झुलस गए।
प्रारंभिक जांच और आसपास के लोगों से पूछताछ में पता चला है कि, घर में थिनर बनाने के लिए तारपीन तेल रखा गया था इसी के चलते आग तेजी से फैल गई। एडिशनल एसपी उमेश कश्यप ने कहा कि, इलेक्ट्रिकल इंस्पेक्टर को जांच सौंपी गई है उनकी रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।