तेहरान : ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा है कि अमेरिका के साथ वार्ता तब तक सफल नहीं होगी जब तक कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू है। उन्होंने ये बात बुधवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बातचीत के दौरान कही। रूहानी ने कहा कि अमेरिका ने मई 2015 परमाणु समझौते के तहत अपनी जिम्मेदारी का उल्लंघन किया।
प्रतिबंध तक बातचीत करने का कोई मतलब नहीं
उन्होंने कहा ‘ईरान की सरकार, संसद और लोगों के दृष्टिकोण से जब-तक ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू हैं, तब-तक अमेरिका के साथ बातचीत करने का कोई मतलब नहीं है। जॉइंट कॉम्प्रेहेंसिव प्लान ऑफ़ एक्शन (JCPOA) से बाहर होने के बाद से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान को एक अधिक व्यापक विकल्प को स्वीकार करने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रहे हैं जो तेहरान के मिसाइल कार्यक्रम और क्षेत्रीय प्रभाव को कम करता है।
फ्रांस प्रयास जारी रखेगा
उन्होंने मैक्रों से कहा ‘ यह जरूरी है कि यूरोपीय संघ और फ्रांस जेसीपीओए को उनके संरक्षण में भूमिका निभाएं।’ मैक्रो ने इस दौरान अमेरिका के साथ अपनी सरकार की बातचीत की विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि फ्रांस इस समझौते को लागू करने के प्रयास जारी रखेगा। उसने वार्ता के लिए अपने देश की भविष्य की योजनाओं के बारी में भी जानकारी दी।
मैक्रों ने दिया था ट्रंप-रूहानी के बीच बैठक प्रस्ताव
इस दौरान दोनों नेताओं ने वार्ता जारी रखने पर भी सहमति व्यक्त की। गौरतलब है कि ट्रंप और रूहानी के बीच बैठक का विचार पिछले महीने इमैनुएल मैक्रों ने ही दिया था, जो ईरान और अमेरिका के बीच तनाव घटाने के लिए यूरोपीय कोशिशों का नेतृत्व कर रहे हैं। ईरान और अमेरिका के संबंधों में पिछले साल मई से तनाव देखने को मिल रहा है। इस दौरान ट्रंप ने 2015 के परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने की एकतरफा घोषणा कर दी थी और ईरान पर फिर से कड़े प्रतिबंध लगा दिए थे।