Johar36garh (Web Desk) | जांजगीर जिले के अकलतरा झलमला के बस्ती अंदर गुड़ी के पास स्थापित माता चौरा मंदिर में मातारानी के क़दमों के निशान मिले हैं, जो मंदिर से बाहर जाने की ओर इशारा कर रहा है | जिसे देखने के लिए सुबह से ही भक्तों का हुजूम लगा हुआ है | वहीं भक्त मातारानी को मानने के पूजा-अर्चना शुरू कर दिए हैं |
रविवार की सुबह जब पुजारी लक्ष्मीनारायण गोस्वामी प्रतिदिन की तरह पूजा करने मंदिर का दरवाज़ा खोला तो उसे क़दमों के निशान देखने को मिले जो मंदिर में स्थापित प्रतिमा से शुरू होकर दरवाजे तक है | इसे देखकर पुजारी हैरान हो गया और इसकी सूचना गांव के लोगों को दी, यह खबर गांव में आग की तरह फ़ैल गई और देखते-देखते लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा | गांव में मेले की भाँति माहौल हो गया | आस-पास से भी बड़ी संख्या में लोग देखने आने लगे | सुबह से देर शाम तक दर्शन के लिए भक्तों की लम्बी कतारे लगी रही |
मंदिर के पुजारी लक्ष्मीनारायण गोस्वामी ने बताया की शनिवार की रात 7.30 बजे मंदिर में पूजा करने के बाद वह घर चला गया था, रविवार की सुबह 8 बजे जब वह मंदिर का दरवाज़ा खोला तो उसे कदमों के निशान मिले, जिसके बाद उसने इसकी सूचना लोगो को दी | इस संबंध में पुजारी ने बताया की माता जी हमेशा भ्रमण करती रहती है, उसे के ये निशान हैं | पुजारी लक्ष्मीनारायण गोस्वामी यहाँ पिछले 17 साल से मंदिर की पूजा कर रहे हैं, लेकिन इस मंदिर में ऐसा पहली बार हुआ है |
भक्तों का कहना है क्षेत्र में हो रहे अत्याचार को देखकर मातारानी नाराज़ हो गई है और मंदिर छोड़ कर चली गई है, लोग आज कल पूजा, आराधना, भक्ति, मानवता, सादगी, सदाचार-शिष्टाचार सभी भूल गए हैं| इसी कारण से मातारानी नाराज हो गई और चली गई |
शनि सूर्यवंशी की रिपोर्ट