न्यूयॉर्क । आज शाम संयुक्त राष्ट्र महासभा(UNGA) सत्र में अपने भाषण से ठीक पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने एकबार कश्मीर राग अलापा है। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तान, कश्मीर में मानवाधिकार को लेकर झूठी खबरें फैलाने की कोशिश कर रहा है। इमरान खान ने जम्मू कश्मीर में एकबार कर्फ्यू हटने के बाद हिंसा होने की बात कही है।
इमरान ने यहां संयुक्त राष्ट्र की बैठक में ह्यूमन राइट वॉच(Human Right Watch) के प्रमुख केनेथ रोथ से मुलाकात के दौरान यह बात उठाई। इमरान ने रोथ को बताया कि लगभग 15,000 कश्मीरी युवाओं को कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों ने हिरासत में लिया था।
PM मोदी पर लगाया आरोप
इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कश्मीर में मानवाधिकार को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं और उनपर इसका आरोप भी लगाया है।इमरान ने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में सबसे खराब मानवीय त्रासदी की आशंका है क्योंकि भारत इस क्षेत्र की जनसांख्यिकी को बदलने की कोशिश कर रहा है।उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों का आह्वान किया कि वे भारत पर दबाव बनाने के लिए विदेशी पर्यवेक्षकों को भारतीय जम्मू और कश्मीर में स्थिति की निगरानी करने की अनुमति दें।
वॉल स्ट्रीट जर्नल के संपादकीय बोर्ड के साथ एक अलग बैठक में इमरान खान ने कहा कि नस्लवाद, अक्सर अहंकार में निहित होता है, जिसके परिणामस्वरूप लोगों को भारी भूल हो सकती है। यही है [भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र] मोदी ने कश्मीर पर कब्जा कर लिया है।