कंगना रनौत के लिए इंसाफ मांगने वाले लोग हाथरस गैंगरेप केस को लेकर चुप क्यों हैं? : राउत

Johar36garh (Web Desk)|कंगना रनौत को लेकर इंसाफ की मांग करने वालों पर सवाल उठाते हुए शिवसेना नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि अब वे लोग हाथरस गैंगरेप केस को लेकर चुप क्यों हैं? राउत ने कहा कि अगर हाथरस जैसी घटना महाराष्ट्र में हुई होती तो अब तक राज्य सरकार को हटाने की मांगें उठ जाती।

संजय राउत ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में लिखते हुए कहा- “जिन लोगों ने महाराष्ट्र और मुंबई के खिलाफ कंगना रनौत की आधारहीन टिप्पणियों का समर्थन किया था और उनके अवैध निर्माण को गिराने पर इंसाफ की मांग की थी वे अब चुप हैं और हाथरस पीड़िता के लिए इंसाफ मांगने का समय आया तो वे गायब हो गए हैं।”

कंगना रनौत पर परोक्ष रुप से हमला करते हुए राउत ने कहा, “हाथरस पीड़िता कोई हस्ती नहीं थी और ना ही उसने ड्रग्स लिया था। उसने अवैध निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च नहीं किए थे। वह एक साधारण लड़की थी जिसके शव को रात में अवैध रुप से जला दिया गया। यह सबकुछ योगी के ‘राजराज्य’ में हुआ।”

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अपना साप्ताहिक कॉल में शिवसेना नेता हाथरस की घटना को पाकिस्तान में हिन्दू लड़कियों के साथ हो रहे अत्याचार से तुलना की है। उन्होंने कहा- “हमने सुना कि ऐसी घटनाएं पाकिस्तान में होती हैं, जहां पर हिन्दू लड़कियों का अपहरण कर रेप और मर्डर कर दिया जाता है। हाथरस  में जो कुछ भी हुआ वो इससे अलग नहीं था। अभी तक किसी ने भी हाथरस को पाकिस्तान नहीं कहा।”

शिवसेना नेता ने कहा कि शिवसेना शासित महाराष्ट्र में अगर हाथरस घटना हुई होती तो अलग प्रतिक्रिया होती। राउत ने कहा- अगर हाथरस जैसी घटना महाराष्ट्र में हुई होती तो राज्य सरकार को हटाने और राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांगें उठ जाती।

उन्होंने कहा- उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश में 2014 से लेकर 2019 तक 12,257 गैंगरेप की घटनाएं हुईं हैं। लेकिन, इंसाफ जाति, धर्म और राजनीतिक संबद्धता को देखते हुए दिया जाता है।