Johar36garh (Web Desk)| लॉकडाउन के कारण जब मालिक ने पूरा वेतन नहीं दिया तो कर्मचारी ने बदला लेने के लिए लूट की झूठी साजिश रच डाली। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान पुलिस ने उनके कब्जे से 7.16 लाख रुपये बरामद किए हैं।
गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों की पहचान नरेश कुमार बैरवा (37), हरीश (28) और ज्योतिष (25) के रूप में की गई है, जो तिगड़ी क्षेत्र के निवासी हैं। पुलिस के अनुसार, उन्हें 14 मई को आगरा नहर रोड पर 7.16 लाख रुपये की लूट के बारे में जानकारी मिली थी।
शिकायतकर्ता और इस मामले में एक आरोपी, नरेश कुमार बैरवा ने पुलिस को बताया था कि बाइक सवार दो लोग 7.16 लाख रुपये की नकदी से भरा उनका बैग लेकर भाग गए।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, बैरवा ने कहा कि वह दिल्ली में एक तेल कंपनी में कैश कलेक्शन एजेंट के रूप में काम करता है और विभिन्न स्थानों से कैश इकट्ठा करने के बाद फतेहपुर बेरी में अपने कारखाने में वापस लौट रहा था, तभी दो लोग रुपयों से भरा बैग लूटकर फरार हो गए। कथित लूट की घटना के बाद उसने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस के सामने उसने इस बात पर जोर दिया कि लुटेरे सिल्वर कलर की मोटरसाइकिल पर आए थे और नकदी लेकर भागने से पहले उन्होंने उसकी पिटाई भी की थी।
घटना की जांच के दौरान पुलिस ने जब आसपास की सीसीटीवी फुटेज खंगालीं तो पाया कि शिकायतकर्ता समोसा चौक के पास एक दुकान से पैसे प्राप्त कर रहा था, जबकि उससे पहले वह दो व्यक्तियों के साथ लाल रंग की बाइक पर था।
पुलिस ने कहा कि बैरवा ने पुलिस की जांच के दौरान डकैती की झूठी साजिश रचने की बात कबूल की है। उसने बताया कि हर गुरुवार को वह बदरपुर, सरिता विहार, जैतपुर और कालिंदी कुंज में कैश कलेक्शन करने के लिए जाता था।
उसने आगे खुलासा किया कि लॉकडाउन के दौरान, मालिक द्वारा उसके पूरे वेतन का भुगतान नहीं किया गया था और मालिक का व्यवहार भी उसके प्रति अच्छा नहीं था, जिसके कारण उसने मालिक से बदला लेने की योजना बनाई थी।