ओडिशा
ओडिशा की तीर्थ नगरी पुरी में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा की धूम मची हुई है। हजारों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के विशालकाय रथ को खींचने के लिए पुरी पहुंच चुके हैं। इस बार के आयोजन में हिस्सा लेने के लिए राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू भी पहुंची। इस बार आयोजन दो दिनों तक चलेगा। ऐसा 1971 के बाद पहली बार हो रहा है। रथ यात्रा में सुरक्षा के मांझी सरकार ने पुख्ता इंतजाम किए हैं।
भगवान जगन्नाथ के साथ बैठते हैं बलभद्र और सुभद्र
रथ पर भगवान जगन्नाथ के साथ उनके भाई-बहन बलभद्र और सुभद्रा मौजूद हैं। रथों को खींचने के लिए हजारों श्रद्धालु पहुंच गए हैं। अब से कुछ ही देर में रथ को खींचना शुरू किया जाएगा। गुंडिचा मंदिर पर यात्रा का समापन होगा।
श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ का रथ खींचते हैं
भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा ओडिशा का एक प्रमुख त्योहार है। इसकी मान्यता बहुत है, क्योंकि देश के कोने-कोने से भक्त इसको मनाने आते हैं। रथ को हजारों श्रद्धालु मोटे-मोटे रस्से से खींचते हैं। रथ पर भगवान जगन्नाथ के साथ-साथ उनके भाई-बहन बलभद्र और देवी सुभद्रा की मूर्ति होती है। रथयात्रा जगन्नाथ मंदिर से 3 किलोमीटर दूर गुंडिचा मंदिर तक जाती है। उसके बाद भगवान फिर से मंदिर में जाते हैं।
रथयात्रा के लिए सिक्योरिटी पूरे इतंजाम
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के महोत्सव के लिए ओड़िशा सरकार ने कमर पहले से ही कस ली थी। पुरी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो। पुरी कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने कहा कि भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने के लिए भक्तों की भीड़ इकट्ठा हो रही है।