दक्षिण भारत के ऐतिहासिक शहर महाबलीपुरम में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हुई। महाबलीपुरम का चीन से 1700 साल पुराना नाता रहा है, लिहाजा विरासत की जमीन पर दुनिया के दो सबसे बड़े ताकतवर नेताओं ने द्विपक्षीय रिश्तों को आगे बढ़ाने की कोशिश की। सफेद धोती, शर्ट और अंगवस्त्रम पहने मोदी ने चीनी राष्ट्रपति को महाबलीपुरम के प्राचीन मंदिरों और धरोहरो की अनमोल विरासत से रूबरू कराया।
पीएम मोदी और शी जिनपिंग ने अर्जुन की तपोस्थली के दर्शन किए। इस दौरान दोनों नेताओं के रिश्तों में भी गर्मजोशी देखने को मिली। पीएम ने जिनपिंग को इस ऐतिहासिक स्थल के बारे में कुछ बताया, जिसे चीनी राष्ट्रपति काफी ध्यान से सुनते नजर आए।
इसके बाद मोदी और जिनपिंग ने कृष्णा बटर बॉल का भ्रमण किया। करीब 250 टन वजनी यह प्राकृतिक चट्टान पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। इस चट्टान के बारे में कहा जाता है कि 1200 साल से यह एक ही स्थान पर है। ढलान पर होने के बाद भी यह भारी भरकम चट्टान सदियों से एक ही जगह जमी है।
पीएम मोदी और शी चिनफिंग ने साथ में पंच रथ का भ्रमण किया। महाभारत के पात्रों के नाम पर पंच रथ बनवाया गया है। इस दौरान पीएम और चीनी राष्ट्रपति ने एक-दूसरे का हाथ पकड़े फोटो भी खिंचाई। शाम होते ही शोर मंदिर में दोनों नेताओं ने रामायण की कहानी का मंचन भी देखा। यह सांस्कृतिक नृत्य भारत के प्रसिद्ध नृत्य समूह कलाक्षेत्र द्वारा पेश किया गया, जिसे मशहूर शास्त्रीय नृत्यांगना रुक्मणि देवी ने कोरियोग्राफ किया।
खुद पीएम ने भेंट किया नारियल पानी
ऐतिहासिक धरोहरों का दर्शन करने के बाद विश्राम के दौरान पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति ने नारियल पानी पिया। पीएम ने अपने हाथों से नारियल और टिश्यू पेपर जिनपिंग को बढ़ाया। इस दौरान दोनों नेताओं ने अपने साथ मौजूद एक चीनी स्टाफ से चर्चा की और नारियल पानी का लुत्फ उठाया।