Johar36garh (Web Desk)| गुजरात में झारखंड के टाटानगर आने वाले कोल्हान के मजदूरों से रेलवे टिकट के नाम पर 2.16 लाख रुपये वसूल लिए गए। जिन मजदूरों से टिकट के नाम पर रुपये वसूले गए, उनमें 130 कोल्हान के ही हैं। कुल 240 मजदूरों से प्रति मजदूर 900 रुपये की दर से 2.16 लाख रुपये ले लिए गए।
पश्चिमी सिंहभूम के झींकपानी निवासी उधम सिंह नायक ने बताया कि वे सभी लोग गुजरात के एक्यूट सिरामिक कंपनी में काम करते हैं। चार मई को उनके पास उनका ठेकेदार अकलू सामड आया। उसने कहा कि जिनलोगों को झारखंड जाना है, वे लोग किराए के 900 रुपये उसके पास जमा कर दें। इससे उनका कन्फर्म टिकट मिल जाएगा। जाहिर है कि हर कोई लौटना चाहता था, लिहाजा सबने नौ-नौ सौ रुपये उसके पास जमा कर दिए।
भुक्तभोगी झींकपानी निवासी सूर्य सिंह बताते हैं कि ठेकेदार ने यहां तक कहा था कि यदि कन्फर्म टिकट नहीं होगा तो वह पैसे लौटा देगा। जब वे लोग ट्रेन पर सवार हुए और उनके हाथ में टिकट आया तब पता चला कि यह तो नि:शुल्क मिला है। उनके रुपये ठग लिए गए हैं। मंझारी के सागर बलमुचू ने बताया कि वे गुजरात के रंगपर जहां कंपनी है वहीं रहते भी थे। वेतन में तो परेशानी नहीं हुई वह वक्त पर मिल गया लेकिन भोजन की दिक्कत होती थी। उनलोगों को अपना खरीदकर भोजन करना पड़ता था, जबकि दूसरे ठेकेदार के अधीन काम करने वालों को राशन तक नि:शुल्क मिल रहा था। स्थिति यह थी कि उस कंपनी के मजदूर जो लौटकर झारखंड आए हैं, उनके पास एक भी पैसा नहीं बचा है। वे इतने परेशान हो गए हैं कि दोबारा उस कंपनी में जाना नहीं चाहते हैं। लेकिन, वे चाहते हैं कि यदि सरकार ने उन्हें नि:शुल्क लाया है तो उस ठेकेदार अकलू सामड के खिलाफ जरूर कार्रवाई की जाए।