Johar36garh (Web Desk)|हाथरस गैंगरेप और हत्या मामले में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के काफिले का वाराणसी में घेराव किया। इससे पहले ईरानी ने हाथरस मामले पर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि वे न्याय के लिए नहीं बल्कि राजनीति के लिए हाथरस जा रहे हैं। ईरानी ने यह भी कहा कि हाथरस मामले में एसआईटी की रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ईरानी के इस बयान के बाद ट्विवटर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उनके ऊपर निशाना साधा। पार्टी के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पूछा कि आखिर स्मृति ईरानी योगी आदित्यनाथ को चूड़ियां कब भेजेंगी। इसी तरह पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्री की हैसियत से स्मृति ईरानी ने हाथरस कांड और प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर दो शब्द तक नहीं कहे।
दरअसल, विपक्षी नेता के तौर पर स्मृति ईरानी का यह रिकॉर्ड रहा है कि जब भी कांग्रेस सरकार में सैनिकों की हत्या और बलात्कार होते थे तो वे सड़कों पर आकर विरोध प्रदर्शन करती थीं और तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को चूड़ियां भेजती थीं। हालांकि, तब वे इसे सत्य और न्याय की लड़ाई बताती थीं और आज जब विपक्ष के नेता हाथरस पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे हैं या फिर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं तो वे इसे राजनीतिक नाटक बता रही हैं। स्मृति ईरानी का काफिला जब वाराणसी से निकल रहा था, तब कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उसे घेर लिया। पुलिस द्वारा धक्का मुक्की के बीच कार्यकर्ताओं ने ईरानी को काले झंडे दिखाए और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
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