कैलाशगढ़ धाम में हुआ भव्य सामूहिक विवाह समारोह, 33 जोड़ियों का हुआ नवजीवन में प्रवेश

कैलाशगढ़ धाम में हुआ भव्य सामूहिक विवाह समारोह, 33 जोड़ियों का हुआ नवजीवन में प्रवेश : बलौदाबाजार में मानवता सतनाम सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत शुक्रवार को कैलाशगढ़ धाम में भव्य सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन हुआ। इस आयोजन में कुल 33 जोड़ी वर- वधू ने समाज की परंपराओं और रीति-रिवाजों के साथ पवित्र विवाह बंधन में बंधकर एक नई जिंदगी की शुरुआत की।

 

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कैलाशगढ़ धाम में हुआ भव्य सामूहिक विवाह समारोह, 33 जोड़ियों का हुआ नवजीवन में प्रवेश : कार्यक्रम का शुभारंभ वर पक्ष की भव्य बारात के साथ हुआ, जो छात्रावास धाराशिव से डीजे की धुन पर नाचते-गाते कैलाशगढ़ धाम पहुँची। यहाँ दुल्हनों ने परंपरागत ‘परघनी’ रस्म के साथ बारातियों का स्वागत किया| समूचा वातावरण उल्लास, संगीत और सामाजिक सौहार्द से गूंज उठा। कार्यक्रम स्थल मे जनप्रतिनिधि एवं उपस्थित सभी सामाजिक लोगों ने जैतखाम का पूजा अर्चना क़र विवाह कार्यक्रम रस्मो की शुरुवात किया। इस मौके पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने योजना के अंतर्गत परियोजना कार्यालय पलारी द्वारा जारी 35-35 हजार रुपये की सहायता राशि के चेक और विवाह प्रमाणपत्र नवयुगलों जोड़ी को प्रदान किए।

 

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कैलाशगढ़ धाम में हुआ भव्य सामूहिक विवाह समारोह, 33 जोड़ियों का हुआ नवजीवन में प्रवेश : ज्ञात हो कि मानवता सतनाम सेवा समिति, कैलाशगढ़ का कार्य केवल सेवा नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने वाला एक पुण्य अभियान है। समिति अपने नाम के अनुरूप विगत 11 वर्षों से गुरु धाम गिरौदपुरी मेले के दौरान हजारों दर्शनार्थियों के लिए तीन दिवसीय नि:शुल्क भोजन भंडारे का आयोजन करती आ रही है, जो अब केवल परंपरा नहीं, बल्कि जनसेवा का प्रतीक बन चुका है। इस सेवा ने कैलाशगढ़ को प्रदेशभर में एक नई पहचान दिलाई है और प्रसादी ग्रहण करने वाले श्रद्धालु सदैव समिति की प्रशंसा करते नहीं थकते। आज, उसी सेवा भावना को आगे बढ़ाते हुए समिति ने 33 जोड़ों का सामूहिक आदर्श विवाह आयोजित कर एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि सच्ची सेवा वही है, जो समाज को कुरीतियों से मुक्त कर सरलता, समानता और सद्भाव की राह पर ले चले।

 

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विवाह, जो हमारे प्राचीन परंपरा में सबसे बड़ा पुण्य कार्य माना गया है, आज इस समिति द्वारा सामूहिक रूप में संपन्न कराना एक प्रेरणादायक पहल है। यह आयोजन न केवल सादगी का संदेश देता है, बल्कि पूरे समाज को एकजुटता और मानवीय मूल्यों की शिक्षा भी देता है। मानवता सतनाम सेवा समिति वास्तव में सेवा, संस्कार और समाज की एक उज्ज्वल मिसाल है।

 

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