जोधपुर
संसदीय कार्य एवं विधि मंत्री जोगाराम पटेल ने जोधपुर प्रवास के दौरान सर्किट हाउस में जनसुनवाई की। इस दौरान उन्होंने शहर में विकास कार्यों की धीमी गति को लेकर अधिकारियों पर नाराजगी जताई और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि जोधपुर अधिकारी निरंकुशता की भेंट चढ़ गया है, यहां काम नहीं हो रहे हैं।
मंत्री पटेल ने कहा कि यहां समीक्षा बैठकें तो होती हैं लेकिन जमीनी स्तर पर काम नहीं दिखता क्योंकि अधिकारी गंभीरता से काम नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने स्वयं हालात का निरीक्षण किया और मौके पर ही रीको, नगर निगम और जेडीए के अधिकारियों को तलब कर पांच दिन का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पांच दिन के भीतर नालों की सफाई पूरी की जाए, ताकि मानसून के दौरान सीवरेज और केमिकल युक्त पानी जोजरी नदी में न जाए। बासनी और बनाड़ रोड पर जलभराव की समस्या पर मंत्री ने कहा कि जब तक नालों का काम पूरा नहीं होता, तब तक वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
डॉ. करोडी मीणा के एक्टिव होने के सवाल पर मंत्री पटेल ने जवाब दिया कि सभी मंत्री अपने-अपने कार्यक्षेत्र में सक्रिय हैं, कोई फील्ड में तो कोई कार्यालय में। उन्होंने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार को कांग्रेस शासन में फैले भ्रष्टाचार को हटाने में समय लग रहा है लेकिन हमारे मंत्री सक्रियता से काम कर रहे हैं। अधिकारियों को सख्त लहजे में निर्देश दिए गए हैं ताकि जनता को राहत मिल सके।
मंत्री ने कहा कि वे पांच दिन बाद स्वयं मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगे। इस दौरान ठेकेदार संघ ने भी अपनी मांगों को लेकर मंत्री को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि मांगे नहीं मानी गईं तो वे 15 जुलाई से कार्य बहिष्कार करेंगे।