17वीं लोकसभा के लिए संसद की स्थायी समितियों का गठन हो गया है। इस बार भाजपा को इसकी कमान मिली है। जबकि पिछली लोकसभा में इनकी अध्यक्षता कांग्रेस सांसदों के पास थी। पहली बार संसद भवन पहुंचीं भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर और तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां को अहम जिम्मेदारी दी गई है। नुसरत को जहां जल संसाधन मामलों के लिए बनी संसदीय कमेटी का सदस्य बनाया गया है। वहीं इस कमेटी की अध्यक्षता भाजपा सांसद संजय जायसवाल के हाथों में होगी।
भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रेलवे पर बनी कमेटी का सदस्य बनाया गया है। फारूक अब्दुल्ला भी इस कमेटी के सदस्य हैं। वहीं इस कमेटी की अध्यक्षता भाजपा सांसद राधा मोहन सिंह करेंगे। इस बार वित्त और विदेश मंत्रालय से जुड़ी स्टैंडिंग कमेटी की अध्यक्षता कांग्रेस को नहीं सौंपी गई है। पिछली लोकसभा के दौरान इन स्टैंडिंग कमेटियों की अध्यक्षता कांग्रेस के हाथ में थी।
वीरप्पा मोइली जहां वित्तीय मामलों के तो शशि थरूर विदेश मामलों पर बनी स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष थे। इस बार इन दोनों अहम कमेटियों की कमान भाजपा सांसदों को सौंपी गई है। हजारीबाग से भाजपा सांसद जयंत सिन्हा को वित्त और पीपी चौधरी को विदेश मंत्रालय से जुड़ी स्टैंडिंग कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसे लेकर शुक्रवार देर रात को लोकसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी की है।
राहुल गांधी अब रक्षा मामलों की समिति के सदस्य
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, अभिषेक मनु सिंघवी और शिवसेना के संजय राउत को रक्षा मामलों की समिति में शामिल किया गया है। इस समिति के अध्यक्ष भाजपा सांसद जुएल ओराम होंगे। हाल ही में टीडीपी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए टीजी वेंकटेश को परिवहन, पर्यटन और संस्कृति मामलों की समिति की कमान सौंपी गई है। पहले यह जिम्मेदारी तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन के पास थी। डेरेक को मानव संसाधन विकास संबंधी समिति में शामिल किया गया है। इस समिति अध्यक्षता भाजपा के सत्यनारायण जटिया करेंगे।