मध्य प्रदेश का यूनिटी मॉल उज्जैन में खोला जाएगा। इसके लिए जगह चुन ली गई है। इसका ड्रॉफ्ट अब केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। केंद्र से स्वीकृति मिलने के बाद यूनिटी मॉल के निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। इस मॉल में वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट, जीआई टैग व हस्तशिल्प उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। यहां से स्थानीय स्तर के ऐसे उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा, जो खास होने के बाद भी कुछ इलाकों तक सीमित रह गए हैं।
केंद्र सरकार के वाणिज्यकर मंत्रालय ने सभी राज्यों में यूनिटी मॉल खोलने के लिए ड्रॉफ्ट मांगे थे। इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार के नगरीय आवास एवं प्रशासन विभाग ने यूनिटी मॉल खोलने को लेकर उज्जैन का चयन किया है। उज्जैन का चयन करने का कारण टूरिस्ट प्लेस होने के साथ ही इंदौर शहर के पास होना है। यहां पर शहर में मॉल के लिए जमीन चिन्हित की गई। अब मॉल का ड्रॉफ्ट बनाकर विभाग केंद्र सरकार को भेजेगा। जहां से ड्राफ्ट की स्वीकृति के बाद बाद मॉल का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
36 राज्यों के खास उत्पाद रखे जाएंगे
यूनिटी मॉल में सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के खास या पहचान माने जाने वाले उत्पाद रखें जाएंगे। इसके अलावा मॉल में प्रदेश के 52 जिलों के वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट के उत्पादों, जीआई टैग व हस्तशिल्प उत्पादों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। मॉल में उत्पादों का साल में 360 दिन प्रदर्शन व विक्रय होगा।
50 करोड़ रुपये मिलेंगे केंद्र सरकार से
यूनिटी मॉल का निर्माण केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों के सहयोग से होगा। जानकारी के अनुसार इसके लिए केंद्र से 50 करोड़ रुपये की राशि मिलेगी। हालांकि, यह राशि बढ़ भी सकती है। वहीं, यदि राज्य सरकार अपने अनुसार मॉल में कुछ सुविधा बढ़ाना चाहती है तो वह राशि मिला कर निर्माण कर सकेगी।