कन्नौज। अन्ना मवेशियों के साथ अब जंगली सूअरों ने भी फसलों को रौंदना शुरू किया। जंगली सूअरों के झुंड रात और दिन में किसानों की मक्का फसल चौपट कर रहे है। सदर ब्लॉक क्षेत्र के 12 गांवों में अब तक करीब 100 बीघा से अधिक मक्का की फसल को जंगली सूअर नष्ट कर चके है। कई किसान इनके हमले से घायल भी हो चुके है। इनकी रोकथाम के लिए कोई उपाय नहीं हो रहे हैं।
काली और गंगा नदी किनारे समतली इलाकों मेें पानी भरने से जंगली सूअर रामपुर, करनपुर, हैवतपुर, गंगधरापुर, सहिल्यापुर, देवधरापुर समेत अन्य गांवों की ओर आ गए हैं। जंगली सूअर किसानों की तैयार मक्का की फसल के साथ-साथ धान की फसल चौपट कर रहे है। इससे किसान बेहद परेशान है। रखवाली करने वाले किसानों पर हमला कर यह घायल कर देते है। जंगली सूअरों के आतंक के चलते लोग बच्चों को घर के बाहर निकालने से डर रहे है। किसान सुभाष पाल, राम किशन पाल, हरिश्चंद्र कुशवाहा, मनोज कुमार ने बताया कि अन्ना मवेशियों के बाद अब जंगली सूअरों से फसलों को बचाना मुश्किल हो गया है। जंगली सूअरों के खौफ के चलते रात को किसानों ने फसलों की रखवाली भी बंद कर दी है। वहीं सहिल्यापुर के किसान राकेश सिंह ठाकुर ने बताया कि पहले तो अन्ना मवेशियों का खौफ था, अब जंगली सूअरों का है।
इस तरह फसल नष्ट करते सूअर
कन्नौज। जंगली सूअर खेत में घुसकर रेंग कर पहले तो, मक्का के पेड़ तोड़ देते है। इसके बाद सिर्फ भुट्टा खाते है। कटीले तार लगाकर अन्ना मवेशियों से कुछ हद तक फसलें बची है, लेकिन जंगली सूअर सींग से गड्ढा खोदकर जाली के नीचे से खेत में पहुंच कर नुकसान कर रहे है।
दूर-दूर तक नहीं है गोशाला
कन्नौज। जिला मुख्यालय से सटे गांव करनपुर, रामपुर, सहिल्यापुर, गंगधरापुर में गोशाला नहीं है। इससे बड़ी संख्या में अन्ना मवेशियों आतंक है। किसानों की मक्का की फसलें मवेशियों ने नष्ट कर दी है। रामपुर निवासी किसान प्रदीप ठाकुर ने बताया कि कई बार अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों से गोशाला की मांग की गई है।