नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का सख्त रुख दुनिया के सामने स्पष्ट कर दिया है और उनकी सरकार राष्ट्रीय हित में जो भी कदम उचित हों, उठाती है। आध्यात्मिक संत और समाज सुधारक श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच बातचीत के शताब्दी समारोह के अवसर पर उन्होंने देश का नाम लिए बिना कहा कि भारत में निर्मित हथियारों ने पाकिस्तान के साथ संघर्ष के दौरान अपना प्रभाव दिखाया।
उन्होंने कहा, 'हमने दिखाया है कि भारतीयों का खून बहाने वाले आतंकवादियों के लिए कोई भी ठिकाना सुरक्षित नहीं है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने आध्यात्मिक संत श्री नारायण गुरु के आदर्शों पर काम किया है, जो भेदभाव से मुक्त मजबूत भारत चाहते थे। मोदी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में उनकी सरकार ने सामाजिक, आर्थिक और रक्षा क्षेत्रों में भारत को मजबूत बनाने के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरे देशों पर भारत की निर्भरता कम हो रही है और यह रक्षा क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर' बन रहा है।
प्रधानमंत्री ने पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा नागरिकों की हत्या के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर किए गए सटीक हमलों के संदर्भ में कहा कि भारतीय सेना ने 22 मिनट में भारत में निर्मित हथियारों से दुश्मन को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था।
उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भविष्य में भारत में निर्मित हथियारों को दुनिया भर में सराहा जाएगा। प्रधानमंत्री ने आवास, पेयजल और स्वास्थ्य बीमा सहित अन्य क्षेत्रों में अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि इनसे समाज के वंचित और पिछड़े वर्गों को सशक्त बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में, इससे पहले की तुलना में अधिक संख्या में आईआईटी, आईआईएम और एम्स जैसे संस्थान खोले गए हैं।