मुंबई : सरकारी क्षेत्र के कर्जदाता ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) ने अब जाकर यह जानकारी दी है कि भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की जोड़ी उसके भी करीब 289 करोड़ रुपये ले भागी है। बैंक ने यह जानकारी ऐसे समय में दी है, जब उसका पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में विलय होने जा रहा है।
नीरव मोदी और मेहुल चोकसी द्वारा पीएनबी को 13,500 करोड़ का चूना लगाने की खबर पिछले वर्ष फरवरी में आने के बाद देश का बैंकिंग सेक्टर हिल गया था। इस घटना के सामने आने के 18 माह बाद ओबीसी ने अब दोनों भगोड़े कारोबारियों और उनकी कंपनियों को विलफुल डिफॉल्टर घोषित करने संबंधी नोटिस जारी किया है। बैंक ने कहा है कि दोनों कारोबारियों ने उसकी मुंबई स्थित शाखा से 289 करोड़ का लोन लिया था। नोटिस के मुताबिक नीरव मोदी की कंपनी फायरस्टार इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड व फायरस्टार डायमंड प्रा. लि. ने ओबीसी का 60.41 करोड़ और 32.25 करोड़ का लोन नहीं लौटाया है।
चोकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड और नक्षत्र वल्र्ड लिमिटेड ने ओबीसी का 13.45 करोड़ और 59.53 करोड़ का लोन नहीं लौटाया है। बीते साल फरवरी में घोटाला सामने आने के बाद दोनों अपने परिवार के आरोपित सदस्यों के साथ देश छोड़कर भाग गए थे। ओबीसी ने 21 मार्च, 2018 को उनके लोन को एनपीए घोषित कर दिया था। इसके बाद बैंक ने लोन की रिकवरी के लिए दोनों भगोड़े कारोबारियों की संपत्ति की पहचान शुरू कर दी थी। घोटाला सामने आने के लगभग 18 माह बाद ओबीसी द्वारा लोन का ब्योरा देने पर सवाल उठ रहे हैं। दोनों व्यापारियों ने कुछ दूसरे बैंकों के लोन भी नहीं लौटाए हैं।