Johar36garh (Web Desk)|जांजगीर जिला के पामगढ़ ब्लॉक मुख्यालय में जिस तरह से संक्रमण फ़ैल रहा है, उससे नहीं लग की कोई आम ब्यक्ति इससे बच पाएगा, इसकी मुख्य वजह है बिना सोचे समझे कदम उठाना| पामगढ़ और आस-पास मिलाकर लगभग 10 हजार से अधिक लोगों की जनसंख्या होगी| पामगढ़ मुख्यालय में सप्ताह में 2 बाजार लगता है| सोमवार को पामगढ़ में और गुरुवार को चण्डीपारा में सभी परिवारों को सब्जी की आपूर्ति का मुख्य स्रोत यही 2 बाजार हैं|
देश में संक्रमण फैले लगभग 6 माह से अधिक समय हो गए, लेकिन पामगढ़ मुख्यालय में आज तक सब्जी बाजार का सही संचालन नहीं हो पाया है, सुनिश्चित बाज़ार लगाने के बजाए मुख्यालय में कभी यहां तो कभी वहां बाजार लगा कर लोगों को और सब्जी ब्यापारियों को केवल परेशान बस किया जा रहा है | जबकि सभी जानते हैं बिना सब्जी के किसी का घर नहीं चल सकता और उसी प्रकार बिना ब्यवसाय किए सब्जी ब्यापारियों का घर भी नहीं चल सकता है | इसके बाद भी यहां के लोगों ज़बरन परेशान किया रहा है |
पामगढ़ में बने स्टेडियम में पिछले कुछ सप्ताहों से बाजार लगाया जा रहा था लेकिन 28 सितंबर की शाम को पामगढ़ पंचायत द्वारा सब्जी ब्यापारियों को वहां बाजार लगाने नहीं दिया गया और उन्हें घूम-घूम कर बेचने को कह दिया, जो की किसी ब्यापारी के लिए संभव नहीं था | लिहाज़ा आधे से अधिक ब्यापारी वापस घर चल गए| थोड़ी देर बाद लोगों के दबाव और मज़बूरी में ब्यापारी स्टेडियम के बाहर छोटे से जगह में ही सब्जी बेचने लगे, सब्जी हर घर की आवश्यकता है, लिहाज़ा सब्जी लेने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा| जिसमे सोशल डिस्टेंस की पालन हो पाना संभव नहीं था| लोग एक दूसरे से चिपककर सब्जी ले रहे थे जिससे संक्रमण फैलने से इंकार नहीं किया जा सकता|
जनता और सब्जी ब्यापारियों में दिखा रोष
Johar36garh.com News ने जब लोगों से इस सम्बन्ध में पूछा गया तो उन्होंने पंचायत और प्रशासन को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया| वह कैमरे में नहीं आते हुए अपनी बात कही की जिस तरह से पामगढ़ में संक्रमण फ़ैल रही है उसे देखते हुए पंचायत और प्रशासन को सार्थक कदम उठाने चाहिए| सब्जी अति आवश्यक वस्तुओं में आता है, जिसके बिना किसी के घर का चूल्हा नहीं जल सकता, पंचायत द्वारा बाजार नहीं लगाने का आदेश देने से पहले हर गली मोहल्ले में सब्जी पहुंचने की ब्यवस्था करनी चाहिए थी, एकाएक बाजार नहीं लगाने देना ग्राम पंचायत की गैर जिम्मेदाराना कदम है |
एक अन्य ब्यक्ति ने कहा की संक्रमण पामगढ़ के वार्डो में पहुंच चूका है और सब्जी लेने के लिए उस वार्ड या उस परिवार से भी लोग यहां पर आए होंगे, जिन्हें इस भीड़ में कौन पहचान सकता है | इस भीड़ में जहां लोगों को चलने जगह भी नहीं है हम न चाहते हुए भी उसके संपर्क में आ सकते है और इसके लिए जिम्मेदार केवल पंचायत और प्रशासन है | उन्हें चाहिए था की स्टेडियम या कही और दूर-दूर में सब्जी विक्रेताओं को बैठाना चाहिए ताकि सब्जी विक्रेता के पास भीड़ न लग पाए और लोग संक्रमण से बच पाए |
सब्जी विक्रेता भी पामगढ़ के बाजार की ब्यवस्था से नाराज़ दिखाई दिए उन्होंने कहा की हम हर बाजार में बैठेने का पैसा देते हैं, इसके बाद भी हमें बाजार में सही सुविधा नहीं मिलती बार-बार हमें परेशान किया जाता है कभी पंचायत के द्वारा तो कभी पुलिस के द्वारा| वे मंडी से सामान लेकर पामगढ़ आए हैं, पामगढ़ आने के बाद पता चलता है की आज बाजार नहीं लगेगा, इसमें तो सब्जियां ख़राब हो जाएगी,
28 सितंबर को ग्राम पंचायत द्वारा बाजार नहीं लगाने देने के बाद छोटे से जगह में जो भीड़ उमड़ी है, उसमें संक्रमण फैलने का खतरा है इससे इंकार नहीं किया जा सकता| आपको बता दें की पामगढ़ मुख्यालय में 28 सितंबर को ही 30 नए संक्रमित मिले थे और एक संक्रमित की मौत हुई थी |
प्रशासन द्वारा बाजार नहीं लगाने का आदेश दिया है इसलिए ग्राम पंचायत द्वारा ब्यापारियों को स्टेडियम से भगाया गया है, जिसके बाद वे लोग सड़क पर बैठे थे वहां से भी हटाया गया था | इससे पहले जो भी बाजार लगाए गए हैं उसमें ग्राम पंचायत द्वारा नहीं लगाया गया है, ब्यापारी अपनी मर्जी से बैठ रहे हैं
सरपंच ग्राम पंचायत पामगढ़
तेरस राम यादव
पामगढ़ कन्टेनमेंट जोन में नहीं है, इसलिए बाजार पर प्रतिबन्ध नहीं है, बाजार को हम लोग रोक भी नहीं सकते ये अति आवश्यक वस्तु में आती, ब्यापारियों को दूर-दूर बैठाने के निर्देश दिए गए हैं | ग्राम पंचायत को चाहिए की स्टेडियम में दूर-दूर ब्यापारियों को बैठाए | आने वाले सोमवार को मैं संज्ञान लेती हूँ |
पामगढ़ तहसीलदार
श्रीमती जयश्री पथे