Breaking Video : पामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बड़ी लापरवाही : बच्ची की तड़प-तड़प कर हुई मौत, रात में सोता रहा स्टॉफ

Johar36garh (Web Desk)|जांजगीर जिला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार की रात स्वास्थ्य कर्मचारियों की लापरवाही से एक बच्ची की मौत हो गई| हॉस्पिटल पहुंचने के आधा घंटा तक बच्ची का इलाज नहीं हुआ जिसके आभाव में तड़प रही थी | हॉस्पिटल के स्टॉफ एक कमरे में सो रहे थे, जिसे बड़ी मुश्किल से उठाया गया, स्टाफ बच्ची तक पहुंची तब तक बहुत देर हो चुकी थी |

घटना शनिवार की देर रात लगभग 1:25 बजे की है,पामगढ़ के उप सरपंच पति दिनेश खरे किसी काम से हॉस्पिटल पहुंचे हुए थे, इसी दौरान एक बच्ची को लेकर उसके माता-पिता भी पहुंचे| बच्ची को तड़पता देख उसे तत्काल हॉस्पिटल के बेड में लेटाया गया | हॉस्पिटल में उसे देखने के लिए कोई कर्मचारी नहीं था | माता-पिता को बच्ची के पास छोड़ स्टाफ को हॉस्पिटल में ढूढ़ने लगे, किन्तु वे कही नहीं मिले, फिर बच्ची को तड़पता देख वे लोग स्वयं ऑक्सीजन लगाने की कोशिश करने लगे|  फिर दिनेश हॉस्पिटल के सभी कमरों में देखा तो एक कमरे में स्टाफ के लोग सो रहे थे | जिसे जोरों से खटखटाया तब स्टाफ के लोग बाहर आए फिर उसे घटना की जानकारी दी गई| तब वे बच्ची को देखने पहुंचे, दिनेश ने बताया की स्टाफ जब तक पहुंची तब तक बच्ची की मौत हो गई थी| स्टाफ ने बच्ची का इलाज शुरू किया, लेकिन तब-तक बहुत देर हो चुकी थी | |

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BMO को भी लगाया गया फोन

हॉस्पिटल में स्टाफ नहीं होने पर BMO डॉ सौरभ यादव को उनके मोबाईल पर लगभग 1:41 बजे कॉल किया गया| किन्तु उनका कॉल रिसिप्ट नहीं हो पाया | जिसके बाद पुनः स्टाफ की खोज की गयी |

रात में बच्ची को काटा था बिच्छु

राहौद निवासी 7 वर्षीय बच्ची के पिता सूरज निर्मलकर ने बताया की रात को बच्ची ने अपनी माँ को बताया की उसके जांघ के पास कुछ कटा है, वही ज़मीन में एक बिच्छू पड़ा हुआ था, परिजनों ने उसे पास से निजी दवाखाना लेकर पहुंचे वहां दरवाजा खटखटाया लेकिन दरवाजा नहीं खुला, फिर दूसरे जगह लेकर पहुंचे, वहां डॉक्टर ने उसे पामगढ़ ले जाने की सलाह दी, जिसके बाद उसे पामगढ़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचे| सूरज ने बताया की हॉस्पिटल में पहुंचे पर कोई स्टाफ नहीं था उनकी दो लोगों ने मदद की, जिसके बाद हॉस्पिटल स्टाफ पहुंचा और इलाज शुरू किया, लेकिन बच्ची को नहीं बचा पाए |