जांजगीर जिला के नगर पंचायत राहौद का मुख्य मार्ग जो बिलासपुर से शिवरीनारायण को जोड़ता है। वह खतरनाक होता जा रहा है। यहां कब हादसा हो जाए इसके कोई गारंटी नहीं है।
दरअसल मुख्य मार्ग के किनारे बड़ी मात्रा में मकान के मलवे का ढेर रख दिया गया है। जो सड़क किनारे भी फैला हुआ है। जिससे कोई भी बाइक सवार फिसल सकता है और गिर सकता है जिससे उसे चोट भी लग सकती है। यह मलवा किसने सड़क किनारे डंप किया है। यह तो हमें नहीं पता लेकिन इससे आने जाने वालों को अवश्य तकलीफ हो रही है।
इस मार्ग पर दिन-रात छोटी से बड़ी वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। रात के अंधेरे में यहां पर बाइक सवार को गुजर ना और भी मुश्किल हो सकता है। मलबे के सड़क पर बिखरे होने की वजह से गाड़ी अनियंत्रित हो सकती है और मलवे के ढेर में घुस भी सकती है।
यह जगह मेहंदी ग्राम के आखिरी और राहोद के शुरुआत में है। इस वजह से रात को यह जगह पूरी तरह से सुना रहता है इसका फायदा उठाकर बड़े वाहन चालक अपने वाहनों की रफ्तार को तेज रखते हैं। अगर किसी गाड़ी को साइड देने की जरूरत पड़ जाए तब यहां पर मुश्किल हो सकती है।
ऐसे में जिम्मेदार लोगों को चाहिए कि यहां से मलवे को दूसरे जगह शिफ्ट किया जाए जिससे आने-जाने वालों को किसी प्रकार की कोई परेशानियों का सामना न करना पड़े। एक अनुमान के तहत छत्तीसगढ़ राज्य के खासकर जांजगीर चांपा और बिलासपुर जिला में आए दिन सड़क दुर्घटनाओं से कितने लोगों की मौत हो रही है। जिसमें से एक मुख्य कारण सड़क किनारे अतिक्रमण ही है। अक्सर बड़े वाहन और छोटे वाहनों को साइड लेने के समय खासकर रात के समय इस प्रकार की दुर्घटनाएं होती है जिसमें वहां में बैठे लोगों की जान तक चली जाती है।
आपको बता दें कि जिस जगह पर यह मलवा फेंका गया है उसके ठीक सामने में एक बिरयानी सेंटर भी संचालित है। जहां पर भी लोगों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में यह जगह और भी संवेदनशील हो गया है। शासन प्रशासन को चाहिए कि तत्काल इस और ध्यान दें और मलबे को उचित जगह स्थानांतरित करें।