ग्वालियर(एजेन्सी)। अंशू के पिता अभय सिंह भदौरिया अमूमन प्रतिदिन कॉल कर उसका हाल-चाल पूछ लेते थे। रविवार की सुबह 11 बजे भी उन्होंने बेटी के मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन कॉल 3 साल की नातिन अंशिका ने रिसीव किया। उन्होंने नातिन से कहा कि बेटा मम्मा से बात करा दो। इस पर अंशिका ने बताया कि मम्मा मर गई, फिर उन्होंने कहा कि बेटा पापा से बात कराओ। उसने जवाब दिया कि पापा भी मर गए। मुझे बहुत भूख लग रही है, जल्दी आ जाओ। अनहोनी की आशंका से परेशान अभय सिंह अपने छोटे भाई भूपेंद्र सिंह को लेकर बेटी के घर पहुंच गए। मुख्य गेट पर ताला लगा था। इधर-उधर से बेटी व दामाद को आवाज लगाई, लेकिन अंदर से नातिन के रोने की आवाज आ रही थी। पहले उन्होंने समधि रामस्नेही को कॉल कर बताया। उन्होंने कहा कि दरवाजा तोड़ दो और अंदर जाओ।
साथ ही डायल 100 को कॉल कर एफआरवी बुला ली। मुख्य दरवाजे का ताला तोड़कर पोर्च में दाखिल हुए । नातिन को आवाज लगाकर उससे दरवाजा खोलने के लिए कहा। उसने कहा कि नानू मैं दरवाजा नहीं खोल पा रही हूं। उसे बैठक की खिड़की पर बुलाकर बात की। उसके बाद दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए। इसके बाद अंशिका उनके गले से लिपट गई। कमरे का दृश्य देखकर सब हैरान रह गए।
कमरे के बाहर खून देखकर मृतका के पिता व चाचा का दिल बैठ गया। कमरे का दरवाजा खुला था। पलंग के नीचे बेटी अंशू खून से लथपथ हालत में पड़ी थी। उसके पास ही दामाद सतेंद्र का शव पड़ा था। सतेंद्र के हाथ में पिस्टल थी, जिसमें जंजीर बंधी थी। घटना की सूचना पर सीएसपी हेमंत तिवारी कोतवाली थाना प्रभारी विवेक अष्ठाना के साथ मौके पर पहुंच गए। उसके बाद माधवगंज थाना टीआई भी मौके पर पहुंच गए। साथ ही फोरेंसिक एक्सपर्ट आनंद पांडे व फिंगर प्रिंट टीम को भी बुला लिया गया।
घटनास्थल पर पुलिस को एक शराब का क्वार्टर मिला है। इसमें थोड़ी शराब है। इसलिए पुलिस का अनुमान है कि शराब पीने के बाद सतेन्द्र का पत्नी से विवाद हुआ है। गुस्से में उसने पहले पत्नी के सीने में पिस्टल से गोली मारी है। उसके बाद वह एक से दूसरे कमरे में गया। वॉशबेसिन में उसने हाथ धोए हैं, क्योंकि उसमें खून लगा है। उसने रसोई से माचिस निकालकर कमरे के पास बैठकर बीड़ी पी है और फिर वह कमरे में गया। इसके बाद उसने अपनी कनपटी पर पिस्टल रखकर गोली मार ली, जो आरपार हो गई। पुलिस को तीन चले हुए कारतूस मिले हैं। अब पुलिस के सामने सवाल है कि एक गोली पत्नी को मारी, दूसरी उसने खुद को मारी फिर तीसरी गोली कहां चलाईं।
सीएसपी हेमंत तिवारी व टीआई अजय पंवार ने 3 साल की अंशिका से बात की। अंशिका ने बताया कि पहले पापा ने मम्मा को गोली मारी। उसके बाद खुद को गोली मार ली। छोटी बंदूक से गोली चलाईं। सीएसपी ने बच्ची से पूछा कि पापा-मम्मी क्या बात कर रहे थे, लेकिन बच्ची कुछ नहीं बता पाई। उसने यह भी बताया कि दादू से बात की। अब पुलिस समझ नहीं पा रही कि दादू से बात हुई या नानू से।
मृतका के चाचा भूपेंद्र सिंह ने बताया बेटी व दामाद के बीच ऐसा कोई विवाद नहीं था। सतेंद्र कभी-कभी ड्रिंक जरूर करता था, लेकिन शराब उससे झिलती नहीं थी। जिसके कारण वह नाटक करता था और वह सनकी भी था। ससुरालियों की तरफ से बेटी को कोई परेशानी नहीं थी। सतेंद्र की नौकरी नहीं लगने के कारण उसके पिता व भाइयों ने 20 बीघा जमीन खरीदकर उसे दी। इसके अलावा कार भी दी और मकान भी बनवाकर दिया। सतेंद्र के पास उसके दोनों भाइयों का एटीएम कार्ड भी रहता था। खर्च करने पर उसे कोई रोक-टोक नहीं थी। उन्होंने आशंका जताई कि शराब पीने पर ही दोनों के बीच कोई विवाद हुआ है।
सतेंद्र ने किन कारणों से पत्नी और खुद को गोली मारी है। इसका पता लगाने पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस मृतक के माता-पिता से बात कर पता लगाने का प्रयास करेगी। पुलिस मृतक के मोबाइल से भी पता लगाएगी उसने आखिरी बार किस से क्या बात की है। पुलिस को फ्रिज में एक गिलब्स मिला है। इसके अलावा पिस्टल जब्त कर मृतक के हैंड स्वाब भी कराया है। ताकि स्पष्ट हो सके कि पिस्टल से गोलियां सतेंद्र ने ही चलाई हैं।