जशपुर। जशपुर जिले के पत्थलगांव थाने के टीआई ओमप्रकाश ध्रुव पर एक महिला ने यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाई है। पीडि़ता ने डीजीपी डीएम अवस्थी को दो पेज की लिखित शिकायत में सिलसिलेवार बताया है कि ध्रुव ने दो बरसों तक किस तरह उसका दैहिक शोषण किया। इस दौरान उसने तीन बार गर्भवती हुई और तीनों बार टीआई ने गर्भपात करवा दिया। डीजीपी ने महिला की शिकायत को एसपी जशपुर को भेज दिया है। पुलिस मुख्यालय के अफसरों का कहना है, एसपी जशपुर टीआई के खिलाफ जांच कर कार्रवाई के लिए स्वतंत्र हैं। वहीं, जशपुर के एसपी शंकरलाल बघेल ने आज एनपीजी को बताया कि महिला की शिकायत डीजीपी साहब ने मेरे पास भेजा था। उन्होंने एडिशनल एसपी उनेजा खातून को जांच के लिए कहा है। लेकिन, उनेजा कितने दिन में जांच करेगी, एसपी के पास इसका कोई जवाब नहीं था। उन्होंने कहा, जब वे जांच रिपोर्ट देगी, तो फिर कार्रवाई की जाएगी। उधर, डीजीपी डीएम अवस्थी ने एनपीजी से दो टूक कहा, इस मामले में किसी को बख्शने का सवाल ही पैदा नहीं होता। महिला की शिकायत पर कार्रवाई कल ही हो जाएगी। महिला ने डीजीपी को भेजे अपनी शिकायत में कहा है कि दो साल पहले वह टीआई ध्रुव के संपर्क में आई। उसने फरेब पूर्वक उससे दैहिक संबंध बनाए। इसके बाद यह सिलसिला चलता रहा।
टीआई के नाम पर पत्थलगांव के एक होटल में हमेशा कमरा बुक रहता है। उसी होटल में वह हमेशा मुझे बुलाता था। इस बीच वह तीन बार गर्भवती हुई। लेकिन, धु्रव ने दबाव डालकर गर्भपात करवा दिया। पीडि़ता का कहना है, टीआई हमेशा कहता था, वे पति-पत्नी की तरह रहेंगे, कभी वह छोड़ेगा नहीं। पीडि़ता का आरोप है कि कई बार रात में अपने ड्राईवर और होटल के कर्मचारी को वह स्कार्पियो गाड़ी में उसे लेने रायगढ़ भेज देता था।
शिकायत के अनुसार पीडि़ता को एक दिन पता चला कि वह शादीशुदा है तो उसने संबंध विच्छेद करते हुए मिलने से मना कर दिया। लेकिन, धु्रव नहीं माने। अलबत्ता, उसने होटल में ही आत्महत्या की कोशिश की। पीडि़त महिला का कहना है कि धु्रव उसे साईक्लोजिक ब्लैकमेल करता था, इसलिए वह उसके साथ जुड़ी रही। लेकिन, इस साल 26 जुलाई को मुझे लेने धुव्र खुद रायगढ़ आए। वह तीन दिन पत्थलगांव के होटल में रही। फिर, 29 जुलाई को वह रायगढ़ छोड़ गए। इसके बाद उन्होंने मेरा फोन पिक करना बंद कर दिया। पीडि़ता का आरोप है कि टीआई अब उसे धमका भी रहा है। साथ ही समझौता करने के लिए प्रेशर डाला जा रहा है। महिला ने कपटपूर्ण तरीके से उसका जीवन खराब करने वाले टीआई के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
इस मामले में टीआई ध्रुव का पक्ष लेने के लिए उनके सरकारी और निजी नम्बर पर बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। लगातार उनका फोन आउट आफ नेटवर्क बताता रहा।