हैदराबाद(एजेन्सी)| महिला सरकारी डॉक्टर के साथ गैंगरेप और हत्या करने के बाद जलाने के मामले में हैदराबाद पुलिस (Hyderabad Police) ने चार लोगों को गिफ्तार कर लिया है. आरोपियों में दो लॉरी ड्राइवर और एक क्लीनर है. आरोपियों की पहचान मोहम्मद आरिफ, नवीन, केशावुलु और शिवा के तौर पर हुई है. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने पहले 25 साल की वेटेनरी डॉक्टर को किडनैप किया. इसके बाद गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी. बाद में शव को आगे के हवाले कर दिया. वेटेनरी डॉक्टर की मां ने दोषियों को सबके सामने जिंदा जलाने की मांग की है. साथ ही परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस उन्हें एक से दूसरे थाने नहीं दौड़ती तो उसे बचाया जा सकता था. राष्ट्रीय महिला आयोग ने हैदराबाद पुलिस से कार्रवाई रिपोर्ट तलब की है. वहीं, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. कृष्णा रेड्डी शनिवार को महिला डॉक्टर के परिजनों से मिलने के लिए तेलंगाना जाएंगे.
पुलिस कमिश्नर सज्जनार ने बताया कि आरोपियों ने साजिश रचकर वारदात को अंजाम दिया. वेटेनरी डॉक्टर के परिजनों ने 28 नवंबर की अलसुबह 3.10 बजे शमशाबाद थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. शिकायत के मुताबिक, वेटेनरी डॉक्टर 27 नवंबर की शाम 5.50 बजे शमशाबाद के अपने घर से गचीबावली के ओलिवा क्लीनिक गई थीं. जांच में पता चला है कि ट्रक ड्राइवर मोहम्मद आरिफ क्लीनर शिवा और दो अन्य लोगों के साथ 26 नवंबर को तोंदुपल्ली टोल प्लाजा पहुंचा था. उसने माल लदा ट्रक वहीं लाकर खड़ा कर दिया था.
चारों आरोपियों ने शाम 6 बजे डॉ. प्रीति को अपनी स्कूटी टोल प्लाजा पर खड़ी करते हुए देखा. इसके बाद चारों ने शराब पीते हुए वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई. इसके बाद नवीन ने उसकी स्कूटी के पिछले टायर की हवा निकाल दी. जब वेटेनरी डॉक्टर रात 9.18 बजे ओलिवा क्लीनिक से लौटीं तो उन्हें लगा कि टायर पंक्चर हो गया है. इसी दौरान आरिफ अपने ट्रक से उतरा औरवेटेनरी डॉक्टर से कहा कि उसका क्लीनर शिवा इसे ठीक कर देगा. वेटेनरी डॉक्टर इसके लिए तैयार हो गई. इसी बीच उन्होंने अपनी बहन को फोन कर टायर पंक्चर होने के साथ ही आरोपी का हुलिया बता दिया. उन्होंने बहन को बताया कि उन्हें बहुत डर लग रहा है. उनकी बहन ने उन्हें टोल प्लाजा पर जाकर इंतजार करने को कहा.
वेटेनरी डॉक्टर टोल प्लाजा जाने का फैसला कर पातीं इससे पहले ही शिवा ने उन्हें बताया कि वह स्कूटी ठीक कराने के लिए दूसरी जगह ले जा रहा है. इस पर वह शिवा के साथ स्कूटी तक जाने लगी. मौका देखकर आरिफ, नवीन और केशावुलु ने वेटेनरी डॉक्टर को पकड़ लिया और जबरन नजदीकी कंपाउंड में ले गए. शिवा भी स्कूटी के साथ वहीं पहुंच गया. इसके बाद चारों ने वेटेनरी डॉक्टर का रेप किया. इसके बाद मोहम्मद आरिफ ने डॉ. प्रीति का मुंह और नाक बंद कर दिया. दम घुटने से उनकी मौत हो गई. इसके बाद आरिफ और केशावुलु ने उनका शव ट्रक में डाला. शिवा और नवीन स्कूटी को शादनगर ले गए. आरिफ और केशावुलु ट्रक को उनके साथ लेकर चलते रहे.
स्कूटी को ठिकाने लगाने के बाद चारों ट्रक को घुमाकर उलटी दिशा में चटानपल्ली की ओर ले गए. इससे पहले आरोपी शिवा ने कोठूर के नजदीक एक पेट्रोल पंप से पेट्रोल लिया और आरिफ ने जेपी दरगाह चौराहे के पास ट्रक से एक बोतल में डीलजल निकाला. चटानपल्ली के रास्ते में उन्होंने एक अंदरपास पर ट्रक को रोका. इसके बाद वेटेनरी डॉक्टर के शव को कंबल में लपेटकर नीचे ले गए. इसके बाद पेट्रोल और डीजल डालकर शव को आग के हवाले कर दिया. इसके कुछ देर बाद दो आरोपी फिर अंडरपास के नीचे गए और देखा कि शव जला है या नहीं. फिर आरिफ ट्रक लेकर माल उतारने चला गया और बाकी तीनों आरामघर चौरस्था में ठहर गए.
वेटेनरी डॉक्टर की बहन ने बताया कि उसने बात करते समय थोड़ी देर में फिर फोन करने की बात कहकर कॉल काटी थी. इसके बाद उसका फोन बंद हो गया. इसके बाद दो बार कॉल लगाई लेकिन उसका फोन बंद आ रहा था. फिर परिवार के लोगों ने टोल प्लाजा पहुंचकर उसकी तलाश की. जब वह नहीं मिली तो स्थानीय थाने में मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई. उन्होंने कहा कि एक थाने से दूसरे थाने जाने में हमारा काफी समय बर्बाद हो गया. अगर पुलिस ने समय बर्बाद किए बिना कार्रवाई की होती तो मेरी बहन जिंदा होती. बाद में डॉ. प्रीति के परिवार के साथ कई सिपाही लगाए गए. सुबह 4 बजे तक तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन उसका पता नहीं चल पाया. बृहस्पतिवार की सुबह पुलिस को एक अंडरपास के नीचे अधजली लाश मिलने की सूचना मिली. इसके बाद परिजनों ने आकर वेटेनरी डॉक्टर की पहचान की.