Johar36garh (Web Desk)| छत्तीसगढ़ से अन्य राज्यों में फसे गरीब मजदूरों को लॉक डाउन में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लॉक डाउन में वहाँ कोई काम नहीं चल रहा है जिस वजह से मजदूरों के सामने पैसे की समस्या खड़ी हो गई है, जिसके राशन और जरूरत की चीजों को खरीद नहीं पा रहे हैं, किसी परिवार को समाज सेवियों और ईंट भठ्ठा मालिकों से राशन मिल जाता है, लेकिन वह इतने लोगों की पेट नहीं भर पाता है, कही-कही तो वह भी नसीब नहीं हो रहा है, लिहाज़ा मजदूर वापस आने चाहते हैं, लेकिन लॉक डाउन में वाहन नहीं चलने से मजदूरों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है, अब वे वापस ले जाने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से गुहार लगाई है
जांजगीर जिले के पामगढ़ ब्लॉक के के लगरा, ढाबाडिह, कोहका, महका, रसोटा और जिला बिलासपुर मस्तुरी ब्लॉक के जुनवानी, बोहारडीह, धुर्वाकारी, भगवानपाली, केवतारा गांव के लगभग 160 मजदूर गुजरात के अहमदाबाद जिले के तहसील बावला गांव चियाडा और ढोलका ब्लॉक के चण्डीसर के ईट भट्टे में फसे हुए हैं, ये सभी लोग खाने पिने की समस्या से जूझ रहे हैं| उन्होंने अपने परिवार को फोटो भेज कर प्रदेश सरकार से मदद की गुहार लगाई है | उन लोगो ने बताया कि हमारे छोटे-छोटे बच्चों को लेकर रोजी रोटी की तलाश में आए हुए है, उनके सामने अब खाने पिने की समस्या खड़ी हो गई है ।उनके पास जो पैसे थे वह भी अब ख़त्म हो गये है । देश में लॉक डाउन की स्थिती होने के कारण , वे मजदूरो के पास ना तो अपने गांव वापस आने का कोई साधन है और पैसे भी खत्म हो चुके है। और मजदुरो ने छत्तीसगढ़ सरकार से मदद की मांग कि है, उन मजदूरो ने कहा की खाने पिने की ब्यवस्था करा दे,या फिर हमें वापस आने की ब्यवस्था करा दे |