Thursday, September 19, 2024
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यूपी में प्रियंका गांधी की नई टीम, राज बब्बर की छुट्टी

नई दिल्ली: यूपी कांग्रेस में बड़ा फेरबदल किया गया है. प्रदेश की नई कांग्रेस कमेटी का ऐलान सोमवार को किया गया. यूपी में प्रियंका गांधी ने अपनी नई टीम बना ली है. राज बब्बर की छुट्टी करते हुए यूपी कांग्रेस का अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को बनाया गया है. अजय कुमार लल्लू विधानसभा में कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता हैं. वे कुशीनगर के तमकुहीराज से कांग्रेस के विधायक हैं. आराधना मिश्रा ‘मोना’ को बनाया कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया गया है. अराधना मिश्रा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी की बेटी हैं और प्रतापगढ़ के रामपुर से विधायक हैं. ललितेश मणी त्रिपाठी को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया है.

बताया जाता है कि प्रियंका गांधी ने दो महीने की मशक्कत के बाद यह नाम तय किए हैं. नई टीम में युवाओं को तरजीह दी गई है. राज्य कांग्रेस की नई कमेटी में 45 सदस्य हैं.ओबीसी वैश्य समाज के अजय कुमार लल्लू तमकुहीराज से दो बार से विधायक चुने जा रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी में  हर पदाधिकारी की जिम्मेदारी और जबाबदेही तय कर दी गई है. यह कमेटी पिछली कमेटी की अपेक्षा दस गुनी छोटी है. पिछली कांग्रेस कमेटी लगभग 500 लोगों की थी, लेकिन नई कमेटी में लगभग 40-45 सदस्य हैं.उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में युवाओं को मौका दिया गया है और वरिष्ठ नेताओं की सलाहकार समिति को मार्गदर्शन की जिम्मेदारी सौंपी गई है. युवाओं को कमान मिली है और 18 वरिष्ठ नेताओं की सलाहकार समिति गठित की गई है. इसकी अध्यक्षता स्वयं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी करेंगी. इसके अतिरिक्त एक आठ सदस्यीय रणनीति ग्रुप भी बनाया गया है जिसमें तेजतर्रार अनुभवी नेताओं को रखा गया है.कमेटी के सदस्यों की औसत आयु लगभग 40 साल हैयुवाओं को प्रतिनिधित्व देने का संकेत उपचुनाव की रणनीति से साफ हो गया था. कांग्रेस महासचिव की पसंद नौजवान लीडरशिप है. कांग्रेस ने उपचुनाव में युवाओं को मौका दिया और अब संगठन में भी युवा नेतृत्व को मौका मिला है. इसमें जातीय दबदबा नहीं देखा गया बल्कि समावेशी जातीय समीकरण देखे गए हैं. कमेटी में लगभग 45 फीसदी पिछड़ी जातियों को प्रतिनिधित्व दिया गया है. पिछड़ी जाति में भी हशिए पर खड़ी अतिपिछड़ी जातियों पर ज्यादा फोकस किया गया है.
दलित आबादी को करीब 20 फीसदी नेतृत्व दिया गया है. इस नेतृत्व में प्रभुत्वशाली दलित जातियों के अलावा अन्य जातियों को भी मौका मिला है. मुस्लिम नेतृत्व करीब 15 फीसदी है. इसमें पसमांदा मुस्लिम कयादत पर भी जोर दिया गया है. नई कांग्रेस कमेटी में लगभग 20 फीसदी सवर्ण जातियों का प्रतिनिधित्व है.  (Publish by ndtv india)

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