गुजरात के मेहसाणा में एक महिला को उसकी ननद और तीन अन्य लोगों ने वफादारी साबित करने के लिए खौलते तेल में हाथ डालने पर मजबूर कर दिया. इस क्रूर अंधविश्वास के कारण महिला गंभीर रूप से झुलस गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपियों की तलाश कर रही है.
आज के ज़माने में भी हमारे समाज में कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती हैं, जिन पर यकीन करना मुश्किल होता है. ऐसी ही एक दिल दहला देने वाली घटना गुजरात के मेहसाणा जिले से सामने आई है, जहां एक 30 साल की महिला को अपनी वफादारी साबित करने के लिए ‘अग्निपरीक्षा’ से गुजरना पड़ा. उसे खौलते हुए तेल में हाथ डालने के लिए मजबूर किया गया.
क्या है पूरा मामला?
यह शर्मनाक घटना 16 सितंबर को विजापुर तालुका के गेरिटा गांव में हुई. महिला की ननद (पति की बहन) को शक था कि वह अपने पति के प्रति वफादार नहीं है. इसी शक को दूर करने और उसे सज़ा देने के लिए ननद ने तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर यह भयानक साजिश रची.
आरोपियों ने महिला से कहा कि अगर वह सच में एक वफादार पत्नी है, तो खौलता हुआ तेल भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा. इस अंधविश्वास के चलते, उन्होंने महिला को मजबूर किया कि वह उबलते तेल के बर्तन में अपना हाथ डाले. इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें महिला दर्द से कराहते हुए तेल में उंगलियां डालती है और जलने के कारण तुरंत हाथ बाहर खींच लेती है.
अस्पताल में भर्ती है पीड़िता, आरोपी फरार
इस क्रूरता की वजह से महिला का हाथ गंभीर रूप से झुलस गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर उसकी ननद जमुना ठाकोर, जमुना के पति और दो अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. हालांकि, सभी आरोपी फिलहाल फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है. यह घटना समाज में गहराई तक जड़ें जमाए हुए अंधविश्वास और महिलाओं के खिलाफ होने वाली क्रूरता का एक भयावह उदाहरण है.