अंबिकापुर पुलिस ने एक चौंकाने वाले मामले का खुलासा किया है, जिसमें पीड़िता ही आरोपी के रूप में सामने आई है। पुलिस ने बताया कि एक महिला ने एक व्यापारी के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन जांच में यह पता चला कि महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर व्यापारी से 61 लाख रुपये की फिरौती मांगने की योजना बनाई थी। इस मामले में पुलिस ने महिला समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और 10 लाख रुपये की फिरौती की राशि भी बरामद की है।
दरअसल कुछ दिनों पहले सरगुजा जिले के कमलेश्वरपुर थाने में एक महिला ने शिकायत की थी कि एक व्यापारी ने उसे मैनपाट घूमाने के बहाने बुलाया और फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी ही थी कि रायपुर के निवासी सुभाष चंद्र अग्रवाल ने पुलिस को जानकारी दी कि उनके परिचित व्यापारी से इस एफआईआर को खत्म करने के नाम पर 61 लाख रुपये की मांग की जा रही है।
पुलिस ने इस मामले में व्यापारी को साथ लेकर एक योजना बनाई। व्यापारी के माध्यम से आरोपियों को 5 लाख रुपये दिलवाए गए। इसके बाद जब आरोपी और उनके साथी दूसरी बार 5 लाख रुपये लेने पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में महिला के अलावा संतोष विश्वकर्मा, कमलेश देवांगन और घनश्याम विश्वकर्मा शामिल हैं।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह गिरोह पहले भी इसी तरह दुष्कर्म के फर्जी मामले दर्ज कर फिरौती वसूलता था? क्या अन्य लोग भी इस तरह की साजिश का शिकार हुए हैं? या फिर यह मामला व्यापारी और महिला के बीच किसी अन्य विवाद का परिणाम है, जिसमें दोनों पक्षों ने अपने-अपने फायदे के लिए चालें चलीं? पुलिस अब इन सवालों के जवाब तलाशने में जुटी है और मामले की गहराई से जांच कर रही है।