बेमेतरा। मंगलवार सुबह 11.30 बजे बेमेतरा जिला मुख्यालय के अंतर्गत आने वाले हल्का पटवारी नंबर 47 मोहभट्ठा पटवारी आकांक्षा मेमन ने 7000 नगद घूस लेती हुई एंटी करप्शन ब्यूरो रायपुर ने पकड़ लिया। एसीबी की कार्रवाई जेआर लकड़ा डीएसपी के नेतृत्व में की गई है।
इस संबंध में 17 डिसमिल जमीन बिक्री करने वाले किसान दुकलहा राम वर्मा ने बताया कि उन्हें जमीन संबंधी नकल के एवज में पटवारी आकांक्षा मेमन द्वारा 10000 की मांग की गई थी। इसके बाद सात हजार में तय हुआ। इसके बाद पीड़ित किसान दुकलहा राम वर्मा ने पटवारी की शिकायत एसीबी कार्यालय रायपुर में की।
इस संबंध में जानकारी देते हुए वार्ड क्रमांक 10 कोबिया निवासी दुकलहा राम से 17 डिसमिल जमीन खरीदने वाले कृषक गंगाराम ने बताया कि एक करीब एक महीने से लगातार जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए पटवारी से जमीन की नकल की मांग कर रहे थे। लेकिन उनके द्वारा किसानों को घुमाया जा रहा था और नकल समय पर नहीं दिया गया। इससे परेशान होकर मजबूरी में एसीबी कार्यालय रायपुर में शिकायत की गई। इस दौरान रंगे हाथ एसीबी के टीम पटवारी आकांक्षा मेमन को गिरफ्तार कर लिया।
घटना के बाद जैसे ही ग्रामीणों को इस बात की भनक लगी तो बड़ी संख्या में ग्रामीण पटवारी के कार्यालय के पास एकत्रित हो गए। उन्होंने बताया कि उक्त पटवारी बगैर पैसे के बगैर कुछ भी काम नहीं करती थी। पैसा नहीं देने वाले किसानों को घुमाया करती थी। यहां तक कि धान पंजीयन के लिए किसानों को पैसे देने होते थे। तब कहीं जाकर महिला पटवारी द्वारा पंजीयन की प्रक्रिया की जाती थी।
पटवारी आकांक्षा मेमन की कार्यालय गौरव पथ रोड में स्थित है। एसीबी की टीम द्वारा ठीक 11 बजे उक्त कार्यालय में में 12 सदस्य टीम ने दबिश देकर यह कार्रवाई की। हालांकि दूलहा वर्मा ने उक्त पैसे पटवारी आकांक्षा को 500 के नोट से दिए गए और उक्त रुपये को पटवारी ने अपने रजिस्टर में दबाकर रखा। तब एसीबी की टीम ने कार्यालय में पहुंचकर रुपये रजिस्टर सहित अन्य दस्तावेज को जब्त कर ली।
कार्यवाही के बाद एसीबी की टीम ने बेमेतरा के विशेष न्यायालय में महिला पटवारी आकांक्षा मेमन को प्रस्तुत किया गया। जहां पर न्यायालय ने 24 अक्टूबर तक की रिमांड में लेने का आदेश देते हुए महिला पटवारी को जेल भेज दिया है। हालांकि बेमेतरा जिला में महिला जेल नहीं होने के चलते उक्त पटवारी को दुर्ग महिला जेल भेजा गया है। बहरहाल बेमेतरा जिला मुख्यालय में एसीबी की टीम द्वारा की गई कार्रवाई के बाद विभागों में हड़कंप की स्थिति बनी रही। वहीं पटवारी के रवैया को लेकर भी तरह-तरह की चर्चाएं होती रही।