Johar36garh (Web Desk)|उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप के बाद आज दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में जान गंवाने वाली दलित लड़की को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर सैकड़ों की तादाद में दिल्ली पहुंचे भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया और रिंग रोड को कुछ समय के लिए जाम कर दिया।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे चंद्रशेखर आजाद रावण ने गैंगरेप पीड़िता का पोस्टमॉर्टम में घपलेबाजी का आरोप लगाते हुए कहा कि पोस्टमॉर्टम कराने के लिए डॉक्टरों का एक विशेष बोर्ड बनाया जाए। उन्होंने कहा कि लड़की के साथ अत्याचार हुआ है, उसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। रावण ने कहा कि जब तक दलित लड़की को इंसाफ नहीं मिल जाता उनका आंदोलन जारी रहेगा।
इस दौरान भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने अस्पताल के अंदर जमकर उत्पात मचाया और बैरिकेड उठाकर फेंकने लगे। इसके साथ ही वे दिल्ली पुलिस मुर्दाबाद और योगी सरकार मुर्दाबाद के नारे भी लगाते दिखे।
बता दें कि, हाथरस में दरिंदगी की शिकार हुई दलित लड़की ने करीब 15 दिनों तक जिंदगी की जंग लड़ने के बाद मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान दुनिया को अलविदा कह दिया।
हाथरस जिले के चंदपा क्षेत्र में 14 सितंबर को गैंगरेप की शिकार पीड़िता की दरिंदों ने हैवानियत के बाद रीढ़ की हड्डी तोड़ दी थी। अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज से उसे गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
समाज को शर्मसार करने वाली इस घटना के बाद योगी सरकार को निशाने पर लेने वाले विपक्षी दलों ने आरोपियों को जल्द कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।
“क्या कारण है कि उत्तर प्रदेश की माँ बेटी सलामत नहीं है? शाम को अकेली घर से बाहर निकल नहीं पाती है क्या कारण है? 8-9वीं की बच्चियां इस बात से परेशान है स्कूल जाती है तो सिरफिरे लड़के रास्ते में ऐसी भद्दी टोका टोकी करते हैं बच्चियां स्कूल जाने से डरती हैं”
नरेंद्र मोदी, PM, 2017 pic.twitter.com/uZy0f9htIh
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) September 29, 2020
https://twitter.com/BhimArmy_India/status/1310847039505346562?s=20
On Sept 14, victim's brother filed a complaint, that a man strangled & tried to murder his sister. Victim was then shifted to a hospital. She in her statement said that the man had also harassed her, & made no other allegations: Piyush Mordia, IG Aligarh on Hathras rape case pic.twitter.com/MNA3t9vJEN
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 29, 2020
हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 19 वर्षीय दलित लड़की की मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने मंगलवार को ‘भाषा’ से बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि लड़की की आज तड़के तीन बजे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गयी है। उन्होंने कहा, “इस घटना के सिलसिले में गिरफ्तारी के बाद जेल में बंद चारों आरोपियों के खिलाफ अब भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) भी जोड़ी जाएगी।” हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 14 सितंबर को 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी।
पुलिस ने कहा कि पीड़िता को घटना के बाद अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, सोमवार सुबह उसकी हालत गंभीर होने के कारण इलाज के लिये उसे दिल्ली भेजा गया था। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अनुसार लड़की जीवन रक्षक प्रणाली पर थी। इससे पहले पुलिस अधीक्षक ने बताया कि था कि वारदात के दौरान लड़की का गला भी दबाया गया था जिससे उसकी जुबान बाहर आ गयी थी और कट गयी थी। अलीगढ़ के अस्पताल के एक प्रवक्ता ने बताया कि महिला के पैर पूरी तरह काम नहीं कर रहे थे और हाथ भी आंशिक रूप से लकवाग्रस्त हो गए थे।
उत्तर प्रदेश में विपक्षी नेताओं कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की मायावती ने घटना की निंदा करते हुये दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की। कांग्रेस की उप्र प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, ”हाथरस की हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो हफ्ते तक वह अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझती रही। हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक दुष्कर्म की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है।”
उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, ”उप्र में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है। अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं। इस बच्ची के कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिये । योगी आदित्यनाथ उप्र की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं।” बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने दोषियों को सख्त सजा दिये जाने की मांग की। उन्होंने हिंदी में ट्वीट कर कहा, ”यूपी के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म के बाद दलित पीड़िता की आज हुई मौत की खबर अति दुखद:। सरकार पीड़ित परिवार की हरसंभव सहायता करे व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा सुनिश्चित करें, बीएसपी की यह मांग है।”
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी पीड़िता की मौत पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ”हाथरस की सामूहिक दुष्कर्म एवं दरिंदगी की शिकार एक बेबस दलित बेटी ने आख़िरकार दम तोड़ दिया. नम आंखों से पुष्पांजलि! आज की असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची।” पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक लड़की ने अपने साथ बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लवकुश और रवि नामक युवकों ने उससे दुष्कर्म किया था। उन्होंने कहा कि वारदात के दौरान विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला भी दबाया गया था।
हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर ने शनिवार को ‘भाषा’ को बताया था कि 14 सितंबर को पहले चंदपा पुलिस थाने के एक गांव में 19 साल की एक दलित लड़की को संदीप (20) नाम के एक लड़के द्वारा जान से मारने की कोशिश का मामला सामने आया जिसके बाद उसी दिन उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में मजिस्ट्रेट को दिये गये