कानपुर । पीडि़त मुस्लिम महिला की पैरवी में कोतवाली पहुंचे भाजपाइयों को हवालात में बिठाना पुलिस को महंगा पड़ गया। भाजपा कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद देर रात कोतवाली पहुंचीं केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने पुलिस अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने एडीजी को फोन कर इंस्पेक्टर व चौकी प्रभारी को हटाने के लिए कहा।
मूसानगर निवासी आमान की पुत्री खुशनुमा की शादी नगर के मोहल्ला तकिया नगर पालिका रोड निवासी इमरान के साथ दो वर्ष पूर्व हुई थी। तीन दिन पूर्व इमरान व उसके परिजनों ने खुशनुमा को मारपीट कर घर से निकाल दिया था। मायके पहुंची खुशनुमा के परिजनों ने पहले सुलह समझौते का प्रयास किया। बात न बनने पर गुरुवार देर शाम खुशनुमा अपने भाई छोटे और मूसानगर निवासी भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य पवन उर्फ कल्लू चौरसिया के साथ कोतवाली पहुंची। आशा नगर निवासी युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष राम जी शुक्ला भी कोतवाली पहुंच गए। आरोप है कि कस्बा चौकी प्रभारी सत्यपाल सिंह व प्रभारी निरीक्षक आरबी सिंह ने मुकदमा लिखने से इन्कार कर परिजनों व पैरोकारों को हवालात में डाल दिया।
सूचना पाकर देर रात भाजपा देहात जिला उपाध्यक्ष नीरज पांडेय व राजेंद्र अग्रवाल दो दर्जन समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंचे और हंगामा करते हुए पूरे मामले की सूचना केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति को दी। दिल्ली से वापसी के दौरान रात साढ़े 11 बजे कोतवाली गेट पर रुकीं साध्वी ने सीओ रवि कुमार सिंह व प्रभारी निरीक्षक आरबी सिंह को फटकार लगाई। कोतवाली गेट पर खड़ी गाड़ी में ही बैठ कर साध्वी ने एडीजी प्रेम प्रकाश से फोन पर बात कर इंस्पेक्टर व चौकी प्रभारी को हटाने के निर्देश दिए। 20 मिनट तक कोतवाली गेट पर रुकने के बाद साध्वी चेतावनी देती हुईं मूसानगर रवाना हो गईं।