बागबाहरा के ग्राम गाड़ाघाट स्थित प्राथमिक स्कूल का मामला, आंदोलन के बाद कुछ दिन पहले ही हटाया गया था शिक्षक
महासमुंद। ग्राम पंचायत गाड़ाघाट के प्राथमिक स्कूल में सोमवार को ग्रामीणों ने फिर से ताला जड़ दिया। ग्रामीणों का कहना था कि शिक्षक को यहां से हटाने के बाद फिर से पदस्थ कर दिया गया है। यही कारण है कि वे स्कूल बंद कर परिसर के सामने ही धरने पर बैठ गए। इधर, स्कूल में तालाबंदी की खबर के बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी और थाना प्रभारी गांव पहुंचे। यहां ग्रामीणों को काफी समझाइश दी गई, लेकिन वे नहीं माने। आखिरकार शिक्षक को एसडीएम कार्यालय बागबाहरा में निवार्चन शाखा में पदस्थ किया गया। इसके बाद ग्रामीणों ने आंदोलन समाप्त किया। ग्रामीणों ने बताया कि प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक साजिद खान कुरैशी को हटाने के लिए वे 15 अक्टूबर से आंदोलन कर रहे हैं।
मामले को लेकर ग्रामीणों ने स्कूल का बहिष्कार भी किया था। इस दौरान ग्रामीणों के सहयोग से गांव के राम भवन में स्कूल का संचालन किया जा रहा था। करीब सात दिन तक चले इस आंदोलन के बाद शिक्षक का स्थानांतरण पिथौरा ब्लॉक में कर दिया गया था। इसके बाद स्कूल में पढ़ाई फिर से नियमित रूप से संचालित हो रही थी। इधर, ट्रांसर्फर के खिलाफ शिक्षक ने कोर्ट से स्थगन आदेश ले आया और कलेक्टर के निर्देश पर फिर से स्कूल में सेवाएं शुरू कर दी। ग्रामीणों को जब इसकी जानकारी मिली तो वे नाराज हो गए और फिर से आंदोलन शुरू कर दिया।
तीन घंटे तक चला ड्रामा, बीईओ, एसडीएम और थाना प्रभारी रहे मौजूद
सुबह करीब 9 बजे ग्रामीण एकत्रित हुए और स्कूल परिसर पहुंचकर वहां ताला जड़ दिया। इधर, घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे बीईओ और थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को काफी समझाया, लेकिन वे नहीं मानें। अधिकारियों ने तत्काल उच्च अधिकारियों से बात की। इसके बाद आनन-फानन में संबंधित शिक्षक को निर्वाचन शाखा में पदस्थ करने संबंधी आदेश जारी किया गया। आदेश की कॉपी देखने के बाद ही ग्रामीणों ने आंदोलन समाप्त किया।
पढ़ाई में ध्यान नहीं, गांव में करता है नेतागिरी
आंदोलनरत ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षक नियमित रूप से स्कूल नहीं आता। इसके चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। यही नहीं शिक्षक यदि स्कूल आता भी है तो दिनभर मोबाइल में ही टाइम काट देता है। विरोध करने पर पालकों को देख लेने की धमकी देता है। यही कारण है कि पूरा गांव शिक्षक साजिद कुरैशी को हटाने के लिए आंदोलनरत है।
मेरे खिलाफ आंदोलन सुनियोजित – साजिद कुरैशी
इधर, इस पूरे मामले में शिक्षक साजिद कुरैशी का कहना है कि यह आंदोलन पूरी तरह से सुनियोजित है। क्योंकि स्कूल के पास 87 डिसमिल जमीन है, जिसमें से साढ़े 17 डिसमिल में स्कूल का निर्माण है। शेष जमीन पर कुछ लोगों का कब्जा है। कब्जा जमीन पर खेल मैदान बनाना है, इसे लेकर सीमांकन किया जाना है। इसी बात को लेकर अतिक्रमणकारी दहशत में हैं। यही कारण है कि वे ग्रामीणों की आड़ में आंदोलन कर रहे हैं। स्कूल में कुल 67 बच्चे अध्ययनरत हैं। कुछ लोगों के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।