Johar36garh (WebDesk)| मुंबई के सायन अस्पताल में शवों के बीच ही कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का उपचार किया जा रहा है. जिसका वीडियो सामने आने के बाद हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के बेटे और बीजेपी विधायक नितेश राणे ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है. वीडियो मुम्बई के सायन अस्पताल का बताया जा रहा है. जहां मरीजों के बगल में कोरोना से मृत मरीजों के शव रखे हुये हैं.
नितेश राणे ने वीडियो को अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से शेयर करते हुए लिखा कि यह कैसा एडमिनिस्ट्रेशन है बेहद शर्मनाक. वीडियो में दावा किया गया कि कोरोना वार्ड में लाश घंटों तक पड़ी रही और बगल के बेड पर इलाज चल रहा है. एक दो नही बल्कि कोरोना मरीजों के बगल में कई शव दिख रहे हैं.
डीन डॉक्टर इंगले ने बताया कि यह वीडियो वार्ड के बनावट के अनुसार हमारे अस्पताल के एक वार्ड का नजर आ रहा है, लेकिन वीडियो कितने दिन पहले का है यह जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि इस तस्वीर के पीछे कई कारण हैं. अगर कोरोना से किसी मरीज की मौत हो रही है तो उसके परिजन पार्थिव शरीर लेने या दावा करने सामने नहीं आ रहे हैं.
In Sion hospital..patients r sleeping next to dead bodies!!!
This is the extreme..what kind of administration is this!
Very very shameful!! @mybmc pic.twitter.com/NZmuiUMfSW— nitesh rane (@NiteshNRane) May 6, 2020
उन्होंने कहा कि जिन कोरोना मरीजों की मौत हुई उनमें से कई के परिवार के सदस्यों का इलाज दूसरे वार्ड में चल रहा है. जिसमें कुछ गंभीर भी हैं. कई बार मृत शख्स के परिजन 5 मिनट में लौटने की बात कहकर चले जा रहे हैं और फोन बंद कर दे रहे हैं. पुलिस ऐसे परिजनों की तलाश करती है पर इसमें समय लगता है.
उन्होंने कहा कि मृत शरीर को लेकर राज्य सरकार या महानगरपालिका की नियमावली स्पष्ट नहीं थी. एक हफ्ते पहले बताया गया की शव को तत्काल अंतिम संस्कार किया जाए. डॉक्टर इंगले ने बताया कि हमें लीगल अड़चन की दिक्कत है क्यों कि अगर बाद में मृत शख्स के परिजन शव पर दावा कर दे तो कानून अड़चन सामने आती है.
उन्होंने कहा कि जिन वार्ड में शव रखा गया है उसी वार्ड में मरीजों का इलाज चल रहा है क्योंकि दीवारों से लगकर ऑक्सीजन लाइन उसी वार्ड में बेड ने नजदीक उपलब्ध हैं. मरीजों को वेंटिलेटर या ऑक्सीजन पर रखा गया है. अगर उन्हें उस वार्ड से हटाया गया तो दो या तीन लोगों की जान जा सकती है. शवगृह की जितना क्षमता है उससे ज्यादा संख्या में शव कमरे में रखे गए हैं.