आवारा कुत्तों से परेशान एक महिला की ओर से की गई फायरिंग उसके लिए जीवनभर का दर्द बन गई। महिला की ओर से की गई फायरिंग के दौरान उसकी बेटी बीच में आ गई और गोली लगने से उसकी मौत हो गई। महिला ने कोर्ट में अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। महिला के मुताबिक, वो पिछले कुछ दिनों से घर के बाहर घूमने वाले आवारा कुत्तों से परेशान थी। महिला ने कहा कि उसने कुत्तों को निशाना बनाते हुए गोली चलाई, लेकिन बीच में बेटी आ गई, जिसकी गोली लगने से मौत हो गई।
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द मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, 43 साल की अमांडा मोफ़ेट पर अपनी 16 साल की बेटी लारमी मोफ़ेट की गोली मारकर हत्या का आरोप है। महिला ने आरोप स्वीकार कर लिया है और कहा है कि ये गलती से हुआ है। घटना 5 अक्टूबर, 2018 की बताई जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, महिला ने कुछ बिल्लियां पालीं हैं। बिल्ली के बच्चों पर हमेशा आवारा कुत्तों की नजर रहती थी, जिससे अमांडा परेशान रहती थी।
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रिपोर्ट के मुताबिक, घटना वाले दिन उसे लगा कि कोई आवारा कुत्ता उनके बिल्ली के बच्चों को अपना शिकार बना रहा है। इसके बाद वो बंदूक लेकर निकली और कुत्ते को निशाना लगाकर फायरिंग कर दी। लेकिन इसी बीच अमांडा की बेटी लारमी बीच में आ गई और उसे गोली लग गई। घटना में लारमी की मौत हो गई।
अमेरिकी वकील क्लिंटन जॉनसन ने घटना के बाद कहा कि बंदूक के उपयोग के दौरान अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लारमी की मौत सावधानी के अभाव का मामला है, जिसका दुखद परिणाम हुआ। बता दें कि मामले में फैसला आना बाकी है। कहा जा रहा है कि अमांडा को गैरइरादत हत्या के मामले में 8 साल की सजा भुगतनी पड़ सकती है। फिलहाल, सजा कब सुनाई जाएगी, इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आ पाई है।