किंग्स्टन
पिछले सप्ताह क्रेग ब्रैथवेट 100वें टेस्ट की उपलब्धि तक पहुंचने वाले 82वें खिलाड़ी बने थे जबकि मिशेल स्टार्क फ्रंटलाइन तेज गेंदबाजों में इस उपलब्धि तक पहुंचने वाले केवल 12वें खिलाड़ी बनेंगे। अपने 14 वर्ष के लंबे करियर में स्टार्क वेस्टइंडीज के खिलाफ सबीना पार्क में रविवार से खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट के दौरान इस उपलब्धि तक पहुंच जाएंगे, वह 400 टेस्ट विकेट हासिल करने से भी केवल 5 विकेट दूर हैं।
स्टार्क ने कहा कि उनके लिए यहां तक पहुंचना अपने आप में एक बड़ी बात है। उन्होंने कहा, ‘बड़ा होते समय मैं हमेशा ही ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलना चाहता था लेकिन मुझे नहीं लगता था कि मैं कभी एक टेस्ट मैच भी खेल पाऊंगा। लेकिन 99 टेस्ट खेलना मेरे लिए बड़े गर्व की बात है।' स्टार्क ने अपनी इस यात्रा में जॉश हेजलवुड और पैट कमिंस के साथ अपनी मित्रता पर भी बात की जिन्होंने उन्हें बतौर गेंदबाज विकसित होने में मदद की जिसमें वोबल सीम पर पकड़ बनाना भी शामिल है।
स्टार्क ने कहा, ‘जब गेंद अधिक हरकत नहीं कर रही होती थी तो मेरे पास अधिक अलग करने के लिए कुछ नहीं हुआ करता था। हां मेरे पास गेंद को रिवर्स कराने की क्षमता थी लेकिन यह खेल के मध्य के हिस्से में संभव था। बतौर गेंदबाज विकसित होने में मेरे दो करीबी मित्रों जोश हेजलवुड और पैट कमिंस जो कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक हैं, ने मेरी काफी मदद की। मैंने उनसे काफी कुछ सीखा है। इसके बाद अलग-अलग चरणों में और दुनिया के अन्य हिस्सों में गेंदबाजी करने में मदद मिली।'
तीनों तेज गेंदबाजों के बीच का रिश्ता और उनके करियर की ओवरलैपिंग प्रकृति, जिसमें उन्होंने एक साथ 37 टेस्ट मैच खेले हैं, ने भी दोनों की मदद की है। स्टार्क ने कहा, ‘मुझे या हम तीनों को इस बात का एहसास है कि हम कितने भाग्यशाली हैं कि हम सब एक ही जगह से हैं। हम साथ में ट्रेनिंग करते हैं, सालों से रिहैब रूम में साथ बैठते हैं। एक-दूसरे को आगे बढ़ाने की क्षमता, चाहे वो एक खराब हफ्ता हो या टेस्ट हफ्ता। मुझे लगता है कि यही हम तीनों के लंबे करियर में खास तौर पर योगदान देता है।'
स्टार्क ने खुद 2022 के अंत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उंगली में चोट लगने के बाद से कोई भी टेस्ट मैच नहीं छोड़ा है, जिसके कारण उन्हें तीन मैचों से बाहर होना पड़ा था। हालांकि उन्होंने एमसीजी में खेले गए उस मैच में भी गेंदबाजी की थी। तेज गेंदबाजी के नुकसान के बारे में उन्होंने कहा, ‘ज्यादातर दिनों में कुछ निशान और कुछ दर्द वाले हिस्से होते हैं। चाहे वो झटके हों या दर्द निवारक दवाएं, मुझे पता है कि मैं क्या कर सकता हूं और क्या नहीं। मैं कभी भी ऐसे मैच में नहीं जाऊंगा जिसके बारे में मुझे नहीं लगता कि मैं अपना 100 फीसदी दे सकता हूं।'
हाल के दिनों में स्टार्क आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे हैं। लेकिन कई वर्षों तक वह आईपीएल में नहीं खेले, जब वह टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देने के लिए वह आसानी से ऐसा कर सकते थे। स्टार्क ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट शायद सबसे मुश्किल प्रारूप था, या तो मुझे लगता था कि मैं इसके लिए काफी अच्छा हूं या फिर मुझे लगता था कि मैं ऐसा करने में सक्षम हूं। उस मौके को पाने के लिए, मैं उसे बिल्कुल भी हाथ से जाने नहीं देना चाहता था। जिन सालों में मैंने फ्रेंचाइजी क्रिकेट को मिस किया, मुझे उसका बिल्कुल भी अफसोस नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया के लिए 99 मैच खेलने, घर पर कुछ समय बिताने, एलिसा (हीली) और परिवार के साथ कुछ समय बिताने के लिए अपने शरीर को जितना हो सके उतनी अच्छी स्थिति में रखने के लिए जरूरी था। यही वजह है कि मैंने वो चीजें कीं। चाहे अब इसका फायदा मिला हो, 100 टेस्ट से कुछ दिन पहले, या सीरीज जीत या टेस्ट मैच जीत, पीछे मुड़कर देखूं तो मैं इसे नहीं बदलूंगा।'
भविष्य के संदर्भ में स्टार्क आगामी गर्मियों से आगे नहीं देखना चाहते, जिसमें एशेज भी शामिल है। एक ऑल-फॉर्मेट गेंदबाज होने के नाते, वह अगले साल होने वाले टी20 वल्डर् कप में शामिल होंगे और 2027 का वनडे वर्ल्ड कप उनके लिए एक संभावित अतिरिक्त अवसर होगा। टेस्ट क्रिकेट के संदर्भ में, जिसे स्टार्क हमेशा से अपना नंबर 1 प्रारूप बताते रहे हैं, ऑस्ट्रेलिया को अगले अगस्त से शुरू होकर 2027 के मध्य तक काफी मुकाबले खेलने हैं।
स्टार्क ने कहा, ‘एंड्रयू (मैकडोनाल्ड) ने कुछ दिन पहले कहा था कि हम युवा गेंदबाजी समूह नहीं हैं। आने वाले समय पर नजर रखते हुए, हम यह भी सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम उतने ही फिट और प्रभावशाली रहें जितने हम युवा होने पर थे। आगे क्या होगा, मुझे यकीन नहीं है। इस साल आगे क्या होगा, इस बारे में सोचने के लिए मेरे पास कुछ हफ्ते हैं, लेकिन जाहिर है कि आने वाली गर्मियां हमारे लिए एक बड़ा सीजन हैं।'