छत्तीसगढ़ के धमतरी पुलिस ने पीजी कालेज में हुये दीपक सेन की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। दीपक सेन की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि मां ने ही सुपारी देकर करवाई थी। मारपीट से तंग आकर मां ने बेटे की हत्या की सुपारी अपने भाई और दीपक के जिगरी दोस्त को दी थी। जिसका खुलासा धमतरी पुलिस ने आज किया है। घटना 4 नवंबर की है। धमतरी कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि पीजी काॅलेज में एक युवक बुरी तरह से घायल अवस्था में पड़ा हुआ है। युवक का सर बुरी तरह से कुचला हुआ था, जिसे धमतरी जिला अस्पताल से इलाज के लिये रायपुर मेकाहारा लाया गया। इलाज के दौरान दीपक की मौत हो गयी।
घटना के बाद धमतरी पुलिस ने हत्या के संबंध में दीपक की सौतेली मां संतोषी सेन और उसके नाना से पूछताछ शुरू की गयी। पूछताछ में दीपक की सौतेली मां ने बेटे की हत्या सुपारी देकर करवाने की बात कबूल की। मामले में दो आरोपी विजय सेन जो कि मृतक का मामा और युवराज साहू मृतक के दोस्त को गिरफ्तार किया गया। संतोषी सेन ने पुलिस को बताया कि.. दीपक आये दिन उससे शराब के नशे में मारपीट और विवाद करता था।इस बात से परेशान होकर उसने अपने पिता राधेश्याम की मदद से दीपक की हत्या करवाने की योजना बनायी। मां ने बेटे की हत्या के लिये सात लाख रूपए की सुपारी अपने दूर के रिस्तेदार भाई विजय सेन और मृतक के दोस्त युवराज साहू को दी। दोनों आरोपियों ने तीन नवंबर की रात हत्या करने की नियत से दीपक के सेलून पहुंचे और घर चलने के लिये कहा।
तीनों सेलून बंदकर मोटर सायकल में अग्रेंजी शराब दुकान पहुंचे, शराब की बोटल लेने के बाद तीनों धमतरी के पीजी काॅलेज ग्राउंड आये और यहाँ पर जमकर शराब पी। शराब पीने के बाद दीपक के दोनों हाथों को विजय सेन ने पीछे से जकड़कर पकड़ लिया। उसके बाद युवराज साहू ने क्रांकिट वाले पत्थर से सर पर कई वार किये। दीपक के बेहोश होने के बाद विजय सेन ने भी उसी क्रांकिट के पत्थर से ताबड़तोड़ वार सर पे किया। दोनों आरोपियों ने दीपक को मरा हुआ समझ कर वहीं छोड़कर मौके से फरार हो गये थे।